अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो कोरोना संकट के बीच आपके लिए एक राहत भरी है. सरकार के इस एक फैसले से 6 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को लाभ होने वाला है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 6 करोड़ सब्सक्राइबर्स के खाते में प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) डिपॉडिट पर ब्याज जल्द जमा होगा. श्रम मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 8.5 फीसदी ब्याज सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में ट्रांसफर करने को हरी झंडी दे दी है. खबरों की मानें तो जुलाई के अंत तक ब्याज लाभार्थियों के खाते में जमा कर दिया जाएगा. सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि सरकार की ओर पीएफ अकाउंट पर 8.5 फीसदी ब्याज देने का फैसला लिया गया है.
ब्याज का पैसा कर्मचारियों के अकाउंट में सीधे क्रेडिट किया जाएगा. बता दें, कि श्रम और रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में ब्याज दर को 8.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया गया था. ये बैठक मार्च में हुई थी. गौरतलब है कि इससे पहले वित्त वर्ष 2019-20 में EPF पर 8.65 फीसदी ब्याज मिलता था. जबकि EPFO ने वित्त वर्ष 2018-19 में 8.55 फीसदी ब्याज दिया था. पिछले साल 2019-20 का ब्याज मिलने में कई EPFO अकाउंट होल्डर्स को 10 महीने तक का लंबा इंतजार करना पड़ा था. KYC में गड़बड़ी की वजह से ब्याज मिलने में वक्त लगा था.
वहीं कोरोना की दूसरी लहर के बीच भी एक बार फिर EPFO की ओर से ग्राहकों को पीएफ एडवांस की सुविधा दी जा रही है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के मुताबिक कोरोना संकट के दौरान PF एडवांस लेने वाले कर्मचारियों को 72 घंटे के अंदर अमाउंट उनके बैंक खाते में पहुंच जाएगा. कोई भी उपभोक्ता अपने ईपीएफ खाते के 75 फीसदी राशि या 3 महीने की बेसिक सैलरी (बेसिक+DA) में से जो कम हो उतनी राशि निकाल सकता है. इस रकम को एडवांस के तौर पर दिया जा रहा है और इसे कर्मचारी को वापस करने की जरूरत नहीं है. आप जितनी रकम निकालेंगे, उतनी रकम आपके पीएफ बैलेंस से घटा दी जाएगी.