पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार पर झूठे आरोपों में उन्हें सलाखों के पीछे डालने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। पीटीआइ के अध्यक्ष ने कहा, ‘उनकी ‘वास्तविक स्वतंत्रता’ के लिए पार्टी का आंदोलन तब तक नहीं रूकेगा जब तक पीएमएल-एन (PML-N) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार चुनाव कराने की घोषणा नहीं करती।’ डान की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद में अपने बनिगला आवास (Banigala residence) पर अपनी पार्टी के वकीलों के मंच को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, वे (मौजूदा सरकार) मुझे झूठे आरोपों में सलाखों के पीछे डालने की कोशिश कर रहे हैं ताकि इस आंदोलन को रोका जा सके।
इमरान खान ने दोहराया कि मौजूदा शासक एक ‘विदेशी साजिश’ के जरिए सत्ता में आए। इमरान खान ने अपने समर्थकों से कहा कि अगर उन्हें ‘फर्जी’ प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) पर गिरफ्तार किया जाता है तो वे (समर्थक) किसी भी स्थिति के लिए खुद को तैयार रखें। डान ने इमरान खान के हवाले से बताया, ‘वास्तविक आजादी के लिए यह आंदोलन जल्द चुनाव की घोषणा तक नहीं रुकेने वाला है।’ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग मामले के बारे में बोलते हुए, इमरान ने कहा कि आरोपी अपने ही मामले में न्यायाधीश बने बैठे हैं।
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में कानून का शासन सुनिश्चित करना वकीलों और न्यायपालिका की जिम्मेदारी है। उन्होंने पंजाब विधानसभा की आरक्षित सीटों पर एमपीए की अधिसूचना को रोकने के लिए पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) पर भी हमला किया। हमला करते हुए इमरान ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य मुख्यमंत्री हमजा शहबाज की सरकार की रक्षा करना था। इमरान ने आगे कहा, ‘अगर वे (पाकिस्तान चुनाव आयोग) खाली आरक्षित सीटों को भरते हैं, तो वह (हमजा) बहुमत खो देंगे।