रविवार (15 जनवरी) को आर्मी दिवस मनाया जा रहा है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 75वां आर्मी डे परेड शुरू हो चुकी है। बता दें कि दिल्ली में होने वाली सेना दिवस परेड पहली बार राष्ट्रीय राजधानी से बाहर हो रही है।
आर्मी डे परेड का आयोजन बेंगलुरु के एमईजी एंड सेंटर में किया जा रहा है, जहां चीफ गेस्ट के तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यहां पहुंचे हैं। आज का परेड सेना के साउदर्न कमांड की देखरेख में आयोजित किया गया है। इनके अलावा देश के अन्य हिस्सों में स्थित आर्मी कैम्प्स में भी इस तरह के आयोजन किए गए हैं।
हर साल 15 जनवरी को आर्मी डे यानी सेना दिवस मनाया जाता है। 1949 में इसी दिन जनरल केएम करियप्पा ने सेना के पहले भारतीय कमांडर इन चीफ के रूप में पदभार संभाला था। इंडियन आर्मी चीफ मेजर जनरल मनोज पांडे भी इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हैं, जो देश के लिए बलिदान देने वालों को श्रद्धांजलि के रूप में मद्रास इंजीनियरिंग वॉर मेमोरियल पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ है।
आर्मी डे परेड कई मायनों में खास है। मेजर जनरल रवि मुरुगन ने कहा कि इसके अलावा, परेड में सेना सेवा कोर के एक घुड़सवार दल और 5 रेजिमेंटल बैंड वाले एक सैन्य बैंड सहित आठ टुकड़ियां दिखाई देंगी। परेड के दौरान सेना के आर्मी एविएशन ध्रुव और रुद्र हेलिकॉप्टर फ्लाई-पास्ट करते नजर आएंगे। इस दौरान सेना के वेपन सिस्टम को भी डिस्प्ले किया जाएगा।
परेड के दौरान सेल्फ-प्रोपेल्ड गंस के9 वज्र, पिनाका रॉकेट, टी-90 टैंक्स, बीएमपी-2 इन्वेंट्री फाइटिंग व्हेकल्स, तुंगुस्का एयर डिफेंस सिस्टम, 155 एमएम बोफोर्स गंस, लाइट स्ट्राइक व्हेकल्स, स्वाती रडार और कई अन्य तरह के असॉल्ट ब्रिज भी देखने को मिलेंगे। इस दौरान कार्यक्रम में स्कूल, कॉलेज, एनसीसी कैडेट्स और ओर्फांजेस में रहने वाले बच्चे भी शामिल होंगे। मेजर जनरल मुरुगन ने बताया कि अबतक आयोजित किए गए परेडों में 8000 लोग हिस्सा ले चुके हैं।