पाकिस्तान की सेना को लेकर जो खबरें सामने आ रही हैं वो सच में चौका देने वाली है। इन दिनों आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र को लेकर युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना के जवान भी शामिल हुए हैं, जिसे लेकर आर्मेनिया के उप विदेश मंत्री एवेट एडोन्ट्स ने कहा है कि पाकिस्तान के किराए के लड़ाकों के रूप में अजरबैजान की तरफ से जमीनी युद्ध में शामिल होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। उप विदेश मंत्री ने भारतीय न्यूज़ चैनल से बात करते हुए बताया कि, हमारे लिए तो इसमें कोई नई बात नहीं होगी। इससे पहले वर्ष 1990 में भी नागोर्नो और कराबाख के बीच जब युद्ध हुआ तो उस वक़्त भी वहां पाकिस्तानी सेना मौजूद थी।
एक अर्मेनियाई समाचार रिपोर्ट में दो नागरिकों के बीच टेलीफ़ोन पर बातचीत के बाद दावा किया गया कि पाकिस्तान के सैनिक अजरबैजान की तरफ से युद्ध लड़ रहे हैं। आर्मेनिया के उप विदेश मंत्री ने तुर्की की भी खिचाई करते हुए कहा कि वो उसने जिहादियों को अजरबैजान भेजा है। हम पर यह युद्ध थोपा गया है, जो तुर्की के साथ संयुक्त रूप से प्लानिंग करके किया गया है। गौरतलब है कि, आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच यह युद्ध 4,400 वर्ग किलोमीटर के नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र पर कब्जे को लेकर हो रहा है।
इस क्षेत्र को अजरबैजान अपना हिस्सा मानता है जबकि इस क्षेत्र में आर्मेनिया के जातीय गुटों कब्ज़ा है। दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध में अब तक कई मौतें हो चुकी हैं। सामने आई बातचीत में, युद्ध में पाकिस्तानी सेना के दावा किया जा रहा है और एक शख्स बोलते हुए सुनाई दे रहा है कि 7-8 गांवों को आजाद कर दिया गया है, चिंता न करों। वहीं दूसरा शख्स बोलता हुआ दिखाई दे रहा है कि, मुझे इस बात की जानकारी है, ये मुझे इंस्टाग्राम से मिल गई थी।