हरिद्वार में कुंभ मेला के आयोजन के बीच उत्तराखंड शासन ने जिले को स्लॉटर-हाउस (Slaughter House) मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है. बुधवार को जारी एक आदेश में नगर विकास सचिव शैलेश बगोली ने सभी नगरीय क्षेत्र में स्लॉटर-हाउस चलाने के लिए दिए गए ‘नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ (NOC) को रद्द करने के आदेश जारी कर दिए हैं. इस नए आदेश के बाद हरिद्वार समेत जिले के किसी भी नगरीय क्षेत्र में कोई भी स्लॉटर-हाउस ऑपरेट नहीं हो सकेगा. अगर कोई व्यक्ति जानवर का गोश्त बेकते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ नियम के तहत एक्शन लिया जा सकता है.
हरिद्वार जिले की कुल जनसंख्या 18.9 लाख है. इसमें से करीब 36 प्रतिशत यानी 6.70 लाख अल्पसंख्यक आबादी है. जिले की कई पॉकेट्स में अल्पसंख्यक मतदाता खासा प्रभाव रखते हैं.
कुंभ मेले की पहली पेशवाई पंचायती निरंजनी अखाड़े ने निकाली
हिंदुओं की आस्था का प्रतीक कुंभ मेले की बुधवार को पहली पेशवाई पंचायती निरंजनी अखाड़े ने निकाली. पेशवाई निरंजनी अखाड़े की एसएम जेएन पीजी कॉलेज स्थित छावनी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा पूजा करने के बाद शुरू हुई. इस मौके पर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनन्द गिरी महाराज श्रीमहन्त और अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी सचिव रविन्द्र पूरी महाराज सचिन रामरतन गिरी महाराज समेत सभी 13 आखड़ों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
पेशवाई, अखाड़े के लिए विशेष महत्व रखती है. पेशवाई में अखाड़ा अपना धनबल, जन बल और समृद्धि आदि का प्रदर्शन करता है पेशवाई हरिद्वार के एस एम जे एन पी जी कॉलेज की छावनी से चलकर शहर भर का भ्रमण करते हुए शंकर आश्रम होते हुए कनखल हरिद्वार शिवमूर्ति चौक,लालताराव पुल, गुजरावाला भवन होते हुए निरंजनी अखाड़े में शाम को पहुंची. इसको लेकर मेला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हुए थे.