जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में बीते कुछ दिनों से लगातार आतंकी हमलों (Terrorist attacks) की घटनाएं बढ़ी हैं. नौ जून को रियासी में तीर्थयात्रियों (The Pilgrims) की बस पर हमले के बाद कठुआ और डोडा (Kathua and Doda) में आतंकी हमलों ने सेना (Army) की चिंता बढ़ा दी. इस बीच राजौरी के नौशेरा में कुछ संदिग्ध आतंकियों के देखे जाने पर कॉम्बिंग ऑपरेशन को तेज कर दिया गया है.इस बीच डोडा में बुधवार शाम को आतंकियों ने एक बार फिर हमला किया. आतंकियों ने यहां सुरक्षा गश्ती दल पर फायरिंग की, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. इसके साथ ही बीते तीन दिनों में इस इलाके में आतंकी हमले की ये चौथी घटना है.
चार दिन में चार आतंकी हमले
डोडा के भालेसा गांव में बुधवार शाम लगभग 7.40 बजे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है और आतंकियों के सफाए के लिए सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है.
आतंकियों के स्केच जारी
जम्मू कश्मीर ने डोडा हमले में शामिल चार आतंकियों के स्केच जारी किए हैं. इसके साथ ही इनकी गिरफ्तारी के लिए आवश्यक जानकारी देने के लिए 20 लाख रुपये के ईनाम का ऐलान किया है. साथ ही हर आतंकी की जानकारी देने के लिए पांच लाख रुपये के ईनाम का ऐलान किया है.
नौ जून को रियासी में पहला हमला
सबसे पहले नौ जून को जम्मू कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने तीर्थयात्रियों की बस पर हमला किया था. ये हमला नौ जून की शाम तकरीबन 6:15 बजे के आसपास हुआ था. घात लगाकर बैठे आतंकियों ने बस पर फायरिंग की थी, जिसके बाद बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी थी. बस पर हमले करने वाले आतंकी पहाड़ी इलाके में छुपे हुए थे.
कठुआ हमले में दो आतंकियों को किया था ढेर
इसके बाद मंगलवार को जम्मू कश्मीर के कठुआ के एक गांव में आतंकी घुस आए थे. आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में अब तको दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया. सर्च ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है. कठुआ जिले के एक गांव में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों का ऑपरेशन शुरू हुआ था. इस जिले के हीरानगर सेक्टर के सैदा सुखल गांव पर मंगलवार शाम आतंकवादियों ने हमला किया था. सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ. कठुआ में मंगलवार शाम को आतंकियों की गोलीबारी में जम्मू कश्मीर के डीआईजी रैंक और एसएसपी रैंक के दो अधिकारियों की कार भी जद में आ गई थी. इस हमले में ये अधिकारी बाल-बाल बच गए थे.
डोडा में तीसरा आतंकी हमला
इसके बाद जम्मू कश्मीर के कठुआ में भी आतंकियों ने हमला किया. ये तीन दिन में इस तरह का तीसरा हमला था. डोडा में आतंकियों ने सेना के अस्थाई ऑपरेटिंग बेस पर गोलीबारी की, जिसके बाद सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी. डोडा के छत्रकला में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी में सेना के पांच जवान सहित कुल छह लोग घायल हुए. घायलों में एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) भी शामिल था. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. कश्मीर टाइगर नाम के आतंकी ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.
नौशेरा में देखे गए थे संदिग्ध आतंकी
इन आतंकी हमलों के बीच बुधवार को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में दो आतंकियों को देखा गया था, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने यहां सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. साथ ही अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती भी की गई है.
अचानक से क्यों बढ़ रहे आतंकी हमले?
जम्मू और कश्मीर में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इस विधानसभा चुनाव से पहले दहशतगर्द जम्मू-कश्मीर में खौफ फैलाना चाहते हैं. इसलिए आतंकियों ने ताबड़तोड़ हमले को अंजाम दिया है.
खुफिया इनपुट के मुताबिक TRF का ऑफशूट हिट स्क्वाड जो फॉल्कन स्क्वाड के नाम से जाना जाता है, वो ऐसे हमलों को अंजाम दे रहा है. आतंकियों के इस गिरोह में विदेशी दहशतगर्द भी शामिल हैं.
इसके अलावा हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की लंबी-लंबी कतारें भी पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के सरगनाओं को खटक रही है. इसलिए ये तत्व घाटी में अमन के माहौल को किसी भी हालत में खत्म करना चाहते हैं.
खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की शह पर जम्मू कश्मीर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तैयारी को निशाना बनाने की नीयत से ये हमले किये जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से जुड़े हलचल पर ISI की लगातार नजर है. खबर है कि इन हमलों की साजिश पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में रची गई थी. भारत की खुफिया एजेंसी का मानना है आने वाले दिनों में जम्मू कश्मीर में और खास तौर पर जम्मू में इसी तरीके के आतंकी हमले को अंजाम दिया जा सकता है.