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जापान के ग्रुप MUFG की Yes Bank पर नजर, SBI का 24 फीसदी हिस्सा खरीदने की तैयारी में!

यस बैंक (Yes Bank) पर जापान (Japan) के Mitsubishi UFJ Financial Group (MUFG) की नजर है। एक रिपोर्ट के अनुसार जापान का Mitsubishi UFJ Financial Group (MUFG) एसबीआई (SBI) का हिस्सा खरीदने को लेकर बातचीत कर रहा है। जापान का यह फाइनेंशियल ग्रुप एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के एबडीबी फाइनेंशियल में 2 बिलियन डॉलर के इनवेस्टमेंट का प्रस्ताव दिया था। लेकिन एचडीएफसी बैंक (HDFC Bnak) के बोर्ड ने एक महीने पहले इसे रिजेक्ट कर दिया। अब जापान के फाइनेंशियल ग्रुप की नजर यस बैंक पर है। मौजूदा समय में यस बैंक का मार्केट वैल्यू 68,586.98 करोड़ रुपये का है। यस बैंक अपनी 51 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकता है। बता दें, इस साल के शुरुआत में अन्य लोगों के साथ-साथ Mitsubishi UFJ Financial Group (MUFG) ने भी यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए चर्चा किया था। लेकिन कुछ समय बाद यह ग्रुप पीछे हट गया था।

SBI की हिस्सेदारी पर है नजर
यस बैंक में सबसे अधिक की हिस्सेदारी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक की यस बैंक में कुल हिस्सेदारी 23.99 प्रतिशत है। रिपोर्ट के अनुसार जापान के बैंक ने स्टेट बैंक की हिस्सेदारी खरीदने के लिए नॉन-बाइंडिंग ऑफर जमा कर दिया है। पिछले कुछ हफ्तों से Mitsubishi UFJ Financial Group (MUFG) ने यस बैंक के बकाया के विषय में जानकारी इकट्ठा करना शुरू किया है। हालांकि, अभी तक इस मसले पर कोई भी समझौता नहीं हुआ है। अगर एसबीआई के हिस्से पर बात बन जाती है तो जापान का ग्रुप 26 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्से के लिए ओपन ऑफर ला सकता है।

देश के अन्य दिग्गज बैंक भी बेचेंगे अपना हिस्सा?
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अलावा एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और एलआईसी की मिलाकर यस बैंक में 11.34 प्रतिशत हिस्सेदारी है। लेकिन मौजूदा मोल-भाव सिर्फ स्टेट बैंक के साथ ही जापानी बैंक MUFG कर रहा है। ऐसे में यह साफ नहीं हो पाया है कि ये घरेलू बैंक एसबीआई के साथ ही यस बैंक से बाहर निकल सकते हैं या फिर और इंतजार करेंगे। मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्ति के अनुसार अगर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की डील हुई तो घरेलू बैंक भी अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच सकते हैं। यस बैंक की जून की शेयर होल्डिंग के अनुसार Advent International और Carlyle की बैंक में हिस्सेदारी क्रमशः 6.84 प्रतिशत और 9.20 प्रतिशत थी।

इस पूरे प्रकरण पर ना ही यस बैंक और ना ही एसबीआई की तरफ से कोई भी आधिकारिक बयान आया है। ऐसे में जरूरी नहीं है कि जापान के बैंक के साथ चल रही बात फाइनल ही हो जाए। बता दें, यस बैंक के शेयर इस साल अबतक 1.9 प्रतिशत नीचे लुढ़क गए हैं। गुरुवार को 2.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21.86 रुपये के लेवल पर बंद हुए थे। अनुमान जताया जा रहा है कि बैंक का सितंबर तिमाही में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं रहने वाला है।

(यह निवेश की सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें।