मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए शुक्रवार को ऑनलाइन बैठक ली। जिसमें उन्हाेंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पूरी कोशिशें की जाएंगी। प्रदेश से बाहर जिन शहरों और राज्यों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है, उन राज्यों को चिह्नित किया जाएगा और वहां से आने वाले लोगों को बिना कोविड-19 रिपोर्ट के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक बार कोविड-19 संक्रमण जीरो हो गया था, लेकिन वर्तमान में फिर से संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं। इसके लिए केंद्र के नियमों का शत-प्रतिशत पालन करना होगा। प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में चेक पोस्ट सेंटर बनाए गए हैं।
जहां पर कुंभ में आने वाले लोगों को सैनिटाइजर व मास्क भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कोविड-19 को लेकर लोगों में भय का माहौल नहीं होना चाहिए। सरकार ने लोगों के मन से इस भय को दूर किया है। लेकिन कोविड 19 के नियमों का पालन करना जरूरी है। सरकार की ओर से पुलिस को भी निर्देश दिए गए हैं कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रोक-टोक न करें, बल्कि नियमों का पालन करते हुए लोगों को कुंभ में आने दिया जाए।
मुख्य सचिव ने ऋषिकेश में कुंभ कार्यों निरीक्षण किया
वहीं मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने ऋषिकेश में कुंभ कार्यों के तहत लाव लश्कर के साथ निरीक्षण पर पहुंचे। उनके साथ मेला अधिकारी दीपक रावत, टिहरी डीएम, देहरादून के डीएम आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी योगेंद्र रावत, एसएसपी टिहरी तृप्ति भट्ट और अन्य दूसरे विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्य सचिव ने मुनी की रेती स्थित विभिन्न घाटों का दौरा किया। इसके अलावा जानकी झूला पुल, राम झूला पुल, लक्ष्मण झूला पुल, स्वर्ग आश्रम क्षेत्र का भी भ्रमण किया। इसके बाद वह त्रिवेणी घाट पहुंचे। जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।