जॉर्जिया के प्रधानमंत्री जियोर्गी गखरिया (Georgia prime minister Giorgi Gakharia) ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा (Resign) देने की घोषणा कर दी. उन्होंने यह कदम अदालत (Court) के उस आदेश के बाद उठाया जिसमें सोवियत संघ (Soviat Union) टूटने बाद स्वतंत्र हुए जॉर्जिया (Georgia) के शीर्ष विपक्षी पार्टी के नेता को गिरफ्तार करने को कहा गया. गखारिया ने बयान में कहा कि वह पद छोड़ रहे हैं क्योंकि उनकी टीम में ही विपक्षी पार्टी यूनाइटेड नेशनल मूवमेंट (United National Movement) के अध्यक्ष निका मेलिया (Nika Melia) पर हुए फैसले को लेकर मतभेद है.
उल्लेखनीय है कि तबिलिसी की अदालत ने बुधवार को वर्ष 2019 में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान ‘बड़े पैमाने पर हिंसा’ प्रायोजित करने के आरोप में सुनवाई से पहले मेलिया को हिरासत में लेने का आदेश दिया था. अदालत ने यह कदम मेलिया द्वारा 12 हजार डॉलर की जमानत राशि जमा करने से इनकार करने के बाद उठाया.
आरोपों से किया इनकार
अगर मेलिया दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें नौ साल कैद की सजा हो सकती है. हालांकि उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए इसे राजनीतिक से प्रेरित बताया है. इटरफैक्स संवाद एजेंसी के मुताबिक मेलिया गुरुवार को भी तबिलिसी स्थित पार्टी के मुख्यालय में ही मौजूद थे और पुलिस उन्हें हिरासत में लेने के लिए इमारत में दाखिल नहीं हो सकी थी.
जॉर्जिया में जारी राजनीतिक संकट के बीच अमेरिका ने दोनों पक्षों से शांत रहने की अपील की है. विपक्षी पार्टी के नेताओं और समर्थकों का कहना है कि अगर हमारे शीर्ष नेता को गिरफ्तार किया जाता है तो हम इसका विरोध करेंगे. अमेरिकी दूतावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस समस्या का हल शांति से होना चाहिए.
‘ध्रुवीकरण कम करने’ के लिए दिया इस्तीफा
अमेरिकी दूतावास ने कहा कि जो लोग जॉर्जिया की शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं वो हिंसा का समर्थन कर रहे हैं. वहीं जियोर्गी गखरिया ने कहा कि उनका मानना है कि विपक्षी नेता की गिरफ्तारी से तनाव बढ़ सकता है. जॉर्जिया के पूर्व प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि उनके इस्तीफे से देश में ‘ध्रुवीकरण कम करने’ में मदद मिलेगी.