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चीनी सैन्य अभ्यास के बाद ताइवान भी एक्‍शन में, बज सकता है युद्ध का सायरन

चीन के भारी विरोध के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइवान यात्रा से उपजा तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब ताइवान की समुद्री सीमा (Taiwan’s maritime border) के पास चीन और ताइवान के युद्धक विमान (taiwan war plane) आमने-सामने आ गए। इसे लेकर दोनों देशों में तनाव चरम पर है, हालांकि बताया जा रह है कि चीनी सेना का अभ्‍यास लगभग खत्‍म होने को है।

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइवान यात्रा पूरी दुनिया के सामने नए संकट की संभावनाएं छोड़ गयी है। चीनी सेना के युद्धक विमान लगातार ताइवान सीमा पर डेरा डाले हुए हैं। इसी बीच ताइवान जलडमरूमध्यम में चीन और ताइवान के कई युद्धक विमान आमने-सामने आ गए। इससे कुछ देर के लिए स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई। हालांकि, बाद में दोनों तरफ के जहाज पीछे हट गए।दूसरी ओर चीनी सैन्य अभ्यास के बाद ताइवान की सेना ने भी लाइव-फायर आर्टिलरी ड्रिल शुरू कर दी है। किसी भी संभावित हमले से द्वीप की रक्षा को लेकर यह ड्रिल की जा रही है। ताइवान की आठवीं सेना कोर के प्रवक्ता लू वोई-जे ने पुष्टि की कि टारगेट फ्लेयर्स और तोपखाने की गोलीबारी के साथ दक्षिणी काउंटी पिंगटुंग में अभ्यास शुरू हुआ।

 

बताया जा रहा है कि ताइवान की ओर से मंगलवार को शुरू की गई यह ड्रिल गुरुवार तक जारी रहेगी। सेना ने कहा कि इसमें सैकड़ों सैनिकों की तैनाती होगी और करीब 40 हॉवित्जर को शामिल किया जाएगा, हालांकि, लू ने इस बात से इनकार किया है कि यह ड्रिल चीन के सैन्य अभ्यास के जवाब में की जा रही है। उनका कहना है कि यह ड्रिल पहले से ही निर्धारित थी।

चीन की लगातार सक्रियता से ताइवान की गतिविधियां भी तेज हो गयी हैं। ताइवान के प्रधानमंत्री सु त्सेंग-चांग ने कहा कि देश के आसपास से चीनी सेना नहीं हटी है। ताइवान पर चीन के हमले की आशंका जताते हुए उन्होंने कहा कि ताइवान विवाद नहीं बढ़ाना चाहता। संयम से अपनी आजादी, लोकतंत्र और संप्रभुता की रक्षा कर रहा है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीन के कुल 14 जहाज और 20 विमान देश के आसपास मौजूद हैं। अमेरिका ने भी चीन की गतिविधियों को लेकर चिंता जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रवक्ता नेड प्राइस व अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने ताइवान के आसपास चीन की सैन्य गतिविधियों को यथास्थिति बदलने की कोशिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि चीन की भूमिका गैरजिम्मेदार व दो देशों की बीच उत्तेजना बढ़ाने वाली है।