कोरोना संकट की आड़ में चालबाज चीन ने भारत की पीठ में खंजर घोपते की नापाक कोशिश तो की लेकिन अब उसे भारतीय फौज का खौफ सता रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) भारतीय सैनाओं की तैनाती से चीन (India China Standoff) डरा हुआ नजर आ रहा है। चीन के एक्सपर्ट और जनरल ने भारतीय सेना के मुकाबले अपनी सेना को कमजोर माना है। चीन के जनरल वॉन्ग ने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में लिखा है कि एसएसी (LAC) पर चीन के मुकाबले 3 गुना भारतीय तैनात हैं और भारतीय फौज महज 3 घंटे में चीन में घुस सकते हैं।
चीन के ही जनरल ने जिनपिंग को आइना दिखा दिया है। बता दिया है कि जंग में प्रोपेगेंडा वीडियो नहीं हिम्मत और देशभक्ति का जुनून काम आता है और इस मामले में चीन, हिंदुस्तान के सामने कहीं नहीं ठहरता है। चीन के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल वॉन्ग हॉन्गुआंग ने जिनपिंग को आगाह किया है कि भारत को LAC पर सिर्फ 50 हजार सैनिकों की जरूरत होती है लेकिन इस बार सर्दी आने पर सैनिक कम करने की जगह उसने एक लाख और सैनिकों को लद्दाख भेज दिया है।
वॉन्ग नान्जिंग ने कहा है कि भारत ने LAC के पास सैनिक दो-तीन गुना बढ़ा दिए हैं। इनमें से ज्यादातर चीनी क्षेत्र से 50 किमी दूर खड़े हैं और कुछ ही घंटों में चीन के अंदर आ सकते हैं। जिनपिंग के जनरल इसलिए डरे हुए हैं। क्योंकि लद्दाख में सर्दियां शुरू होने से पहले ही वहां तैनात चीनी सैनिकों को अस्पताल ले जाने की जरूरत पड़ चुकी है जबकि भारतीय सेना को सियाचीन जैसी ऊंचाई पर सैन्य ऑपरेशन का अनुभव है। आपको बता दें कि वॉन्ग नान्जिंग मिलिट्री एरिया के पूर्व डेप्युटी कमांडर हैं और नान्जिंग मिलिट्री ही अब चीन का ईस्टर्न थिअटर कमांडर भी हैं।
वॉन्ग ने कहा है कि नवंबर से पहले चीन ढीलाई नहीं बरत सकता है। वॉन्ग ने यह चेतावनी ऐसे वक्त में जारी कि है जब दोनों देशों के बीच छठे दौर की सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत दो दिन पहले ही हुई है। बैठक में सोमवार को दोनों देशों ने अपने नेताओं की कायम की सहमित को लागू करने, जमीन पर संपर्क सुधारने, गलतफहमी खत्म करने और ज्यादा सैनिक फ्रंटलाइन पर नहीं भेजने पर सहमति जताई। दोनों ने ऐसे किसी एकपक्षीय बदलाव से बचने की जरूरत भी बताई जिससे हालात और जटिल हों।
आपको बता दें चीन से निपटने के लिए भारत हर मोर्चे पर तैयार है। भारत ने चीन को साफ शब्दों में कहा कि सभी विवादित पॉइंट से उसे फौरन पीछे हटना होगा। चीन को अप्रैल-मई 2020 की स्थिति पर जाना होगा। पीछे हटने की शुरुआत चीन करे, क्योंकि विवाद की वजह चीनी सेना है। साथ ही भारत ने चीन को साफ-साफ कह दिया है कि अगर चीन पूरी तरह से वापस जाने और पहले जैसी स्थिति बहाल नहीं करेगा, तो भारतीय सेना सर्दियों में भी सीमा पर डटी रहेगी। वहीं चीन का कहना है कि ‘भारत को पैन्गॉग त्सो के दक्षिणी इलाके की उन पोजिशन को खाली करना चाहिए, जिन पर 29 अगस्त के बाद कब्जा किया है।’