चीन के ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर किए गए शक्ति प्रदर्शन के बाद भारत ने भी अपनी ड्रोन आर्मी के ताकत को दिखाया है। लद्दाख में जारी तनातनी के बीच चीन ने भी सितंबर महीने में ही अपने ड्रोन आर्मी की ताकत को प्रदर्शित किया था।
जिसके बाद भारत ने अपनी रक्षा तैयारियों को मजबूत करते हुए 15 जनवरी को सेना दिवस के मौके पर स्वार्म ड्रोन अटैक का नजारा पेश किया था। ये ड्रोन बिना किसी इंसानी जान के नुकसान के दुश्मन के क्षेत्र में में घुसकर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
क्या है स्वार्म ड्रोन टेक्नोलॉजी
कई ड्रोन जब एक साथ मिलकर एक मिशन को अंजाम देते हैं तो इस सिस्टम को ड्रोन स्वॉर्मिंग या स्वार्म ड्रोन टेक्नोलॉजी कहते हैं। इनमें एक मदर ड्रोन होती है, जिसके अंदर से कई सारे छोटे-छोटे ड्रोन निकलते हैं जो अलग-अलग ठिकानों पर हमला करने में सक्षम होते हैं। अधिक संख्या के कारण दुश्मन की एंटी एयरक्राफ्ट गन या मिसाइलें भी इनके ऊपर बेअसर साबित होती हैं। यह नई टेक्नॉलजी भविष्य में युद्ध के पूरे सीन को ही बदलने की क्षमता रखती है। यह टेक्नोलॉजी नो कॉन्टेक्ट वॉरफेयर यानी बिना किसी इंसानी कॉन्टेक्ट से युद्ध में यह बेहद अहम साबित होगी।
भारी तबाही मचा सकते हैं स्वार्म ड्रोन
स्वार्म ड्रोन दुश्मन के इलाके में भारी तबाही मचाने में सक्षम होते हैं। कम लागत, हल्के वजन और हाई टेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीकी से लैस ये ड्रोन किसी भी लक्ष्य को बर्बाद करने में सक्षम होते हैं। स्वार्म ड्रोन दुश्मन के इलाके में सक्रिय एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को भी धोखा देने में सक्षम होते हैं। छोटे आकार के कारण रडार भी इन ड्रोन को पकड़ पाने में अधिकतर नाकाम ही साबित होते हैं।
50 किलोमीटर तक हमला करने में हैं सक्षम
स्वार्म ड्रोन दुश्मन के इलाके में 50 किलोमीटर अंदर तक घुसकर तबाही मचाने में सक्षम होते हैं। इनमें बंदूक या बम लगे हो सकते हैं, जिनसे फायर या विस्फोट किया जा सकता है। इसके अलावा स्वार्म ड्रोन की मदद से मुश्किल हालात में सेना तक रसद और सैन्य साजो सामन को भी पहुंचाया जा सकता है। छोटे आकार के कारण हर ड्रोन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में सामान को एयरलिफ्ट कर निर्धारित स्थान पर ड्रॉप कर सकते हैं।
आत्मघाती हमला करेंगे ये ड्रोन
ये ड्रोन दुश्मन के सामरिक ठिकानों पर सुसाइड हमला करने की ताकत रखते हैं। इन ड्रोन को ALFA-S (Air Launched Flexible Asset या Swarm) के नाम से भी जाना जाता है। इसके मेन ड्रोन या मदर ड्रोन को किसी भी लड़ाकू विमान के जरिए हवा में ड्रॉप किया जा सकता है। जिसके बाद इन मदर ड्रोन्स से कई छोटे-छोटे ड्रोन निकलकर दुश्मनों के ठिकानों को बर्बाद करने में सक्षम होंगे।
100 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से भर सकेंगे उड़ान
अलग-अलग देशों के स्वार्म ड्रोन्स की स्पीड भी अलग-अलग है। वैसे मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारत में जिन स्वार्म ड्रोन्स को तैनात किया जाएगा उसकी स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास होगी। इनमें हाई पावर की बैटरी लगी होंगी, जो ड्रोन को कई घंटों तक बिना रुके उड़ान भरने में सक्षम बनाएगी। ये ड्रोन पहले से निर्धारित लक्ष्य को आसानी से उड़ा सकते हैं।