गोरखपुर: प्रयागराज के बाद अब गोरखपुर में सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां खोराबार के रायगंज में सोमवार की देर रात में पति-पत्नी और बेटी की गला रेतकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. जानकारी के अनुसार पता चला है कि ये हत्या घर से मात्र 800 मीटर की दूरी पर हुई है. तीनों रात में पैदल मटकोड़वा के कार्यक्रम में गांव जा रहे थे.
हत्यारे ने इनकी हत्या की तो चिल्लम-चिल्ला मच गई थी तब स्थानीय लोग घर से निकलकर घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना कर दी जिसके बाद पुलिस तत्काल प्रभाव मौके पहुंची और पुलिस ने तीनों शव को मोर्चरी में रखवा दिया. हत्या की खबर के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. मौका-ए वारदात पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगाई गई. जांच के दौरान पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. जिसमें वह बता रहा है कि एकतरफा प्यार में जघन्य वारदात को अंजाम देने की आशंका है. मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है.
खोराबार के रायगंज निवासी गामा निषाद विदेश में रहते थे. अभी हाली ही में 2 महीने पहले ही घर आए थे. उन्होंने गांव से करीब 800 दूरी पर बंग्ला चौराहे पर अपना मकान बनवाया है और वहीं पर पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे. गामा के छोटे भाई रामा की बेटी की शादी तय है. सोमवार की रात में मटकोड़वा का कार्यक्रम था. गामा अपने नए मकान से अपनी पत्नी संजू (38) बेटी के साथ पैदल जा रहे थे. रास्ते में घात लगाकर बैठे बदमाशों ने धारदार हथियार से तीनों पर हमला कर उनका गला रेत दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. राहगीरों ने शव देखकर शोर मचाया जिसके बाद गांव के लोगों को जानकारी हुई और लोगों ने पुलिस को खबर दी.
तीन लोगों की हत्या की सूचना पुलिस के आला अधिकारी को मिली तो वह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए. शव को वहां से हटाने के साथ ही गांव में भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है. गामा और पत्नी तथा बेटी की हत्या क्यों हुई और किसने की अभी तक इसका ठोस सबूत नहीं मिल पाया है. स्थानीय लोगों के साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों से पुलिस पूछताछ कर रही है.
तीन भाइयों में बड़े थे गामा
गामा निषाद तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. दूसरे नम्बर के भाई रामा हैं तो सबसे छोटे सरविंद. अन्य दोनों भाई अपने पुश्तैनी मकान में ही रहते हैं। गामा के तीन बच्चे हैं. सबसे बड़ा सुग्रीव है जो कि बाहर रहकर कमाता है। बेटी प्रीति है जिसकी हत्या हुई। छोटा बेटा अच्छेलाल है वह मां-बाप के साथ जाने के बजाय दूसेरे रास्ते से निकला था इसलिए उसकी जान बच गयी .