दुनिया के हर मंच पर भारत का विरोध करने वाले पाकिस्तान को आखिरकार भारत ही काम आया। कोरोना वैक्सीन की दिल्ली से ही मदद मिलने जा रही है। पाकिस्तान को आने वाले समय में वैक्सीन अलायंस के जरिए मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन के 4.5 करोड़ डोज दिए जाएंगे। इस वैक्सीन से इमरान खान संक्रमण से जूझ रही अपने अवाम की जनता को बचाएंगे। देश की बड़ी आबादी को कोरोना के खिलाफ इम्यून कर पाएंगे। पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के सचिव आमिर अशरफ ख्वाजा ने बताया कि देश को भारत में बनी हुई कोरोना वैक्सीन की खुराक इस महीने से मिलने मिलेगी। इस वैक्सीन के मिलने से अपने नागरिकों को बचाया जा सकता है। ख्वाजा ने कहा कि अब तक पाकिस्तान में 27.5 मिलियन लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई है। इनमें फ्रंट लाइन वर्कर और वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं। भारत की वैक्सीन आने बाद अपने नागरिकों को तेजी से वैक्सीनेशन किया जाएगा।
भारत दुनियाभर के करीब 65 देशों को कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड की आपूर्ति कर रहा है। इनमें से कई देश ऐसे हैं जिन्हें फ्री में कोरोना वैक्सीन की खुराक दी गई हैं। कुछ देशों ने इसके लिए भुगतान भी किया है। भारत ने श्रीलंका, भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को अनुदान सहायता के तहत फ्री में लगभग 56 लाख कोरोनो वायरस के टीके प्रदान किए हैं। इन देशों को वैक्सीन पहुंचने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार आया है।
भारत अब तक वैक्सीन डिप्लोमेसी में ग्लोबल लीडर बन चुका है। बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, मालदीव, मॉरीशस, सेशेल्स, श्रीलंका, बहरीन, ब्राजील, मोरक्को, ओमान, मिस्र, अल्जीरिया, दक्षिण अफ्रीका, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, अफगानिस्तान, बारबाडोस, डोमिनिका, मैक्सिको, डोमिनिकन गणराज्य, सऊदी अरब, सऊदी अरब अल साल्वाडोर, अर्जेंटीना, सर्बिया, संयुक्त राष्ट्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मंगोलिया, यूक्रेन, घाना, आइवरी कोस्ट, सेंट लूसिया, सेंट किट्स एंड नेविस, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस, सूरीनाम, एंटीगुआ और बारबुडा, डीआर कांगो, अंगोला, गाम्बिया, नाइजीरिया , कंबोडिया, केन्या, लेसोथो, रवांडा, साओ टोम एंड प्रिंसिप, सेनेगल, ग्वाटेमाला, कनाडा, माली, सूडान, लाइबेरिया, मलावी, युगांडा, गुयाना, जमैका, यूनाइटेड किंगडम, टोगो, जिबूती, सोमालिया, सेरा लियोन, बेलीज, बोत्सवाना, मोजांबिक, इथियोपिया और ताजिकिस्तान को वैक्सीन भेजी जा चुकी है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक वैक्सीन का उत्पादन कर रही हैं। इसमें से सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड नाम की वैक्सीन बना रहा है, जबकि भारत बायोटेक स्वदेशी कोवैक्सीन का उत्पादन कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कुछ दिनों पहले स्वदेशी कोवैक्सीन का डोज लगवाया था। भारत में लगातार तेजी से वैक्सीनेशन हो रहा है।