दुनिया में कई अजीबो-गरीब घटनाएं घटित होती हैं, जो देश-विदेश में खूब सुर्खियां बटोरती हैं। ये घटनाएं इतनी विचित्र होती हैं कि सुनने के बाद भी इन पर विश्वास नहीं होता है। इसी कड़ी में आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसी जगह के बारे में जहां पर ज्यादातर बच्चे जुड़वां ही पैदा होते हैं। ये जगह भारत के केरल राज्य में मलप्पुरम जिले के कोडिन्ही गांव में स्थित है। गांव के इस अनोखेपन की चर्चा पिछले लंबे समय से देश दुनिया में की जा रही है। अक्सर कई लोग यहां के जुड़वां लोगों को देखने के लिए दूर दूर से इस गांव में आते हैं। गांव के अधिकांश परिवारों के भीतर जुड़वां बच्चे ही जन्म लेते हैं। आखिर गांव में इतने सारे जुड़वां बच्चे क्यों पैदा होते हैं? इस बात की पड़ताल करने के लिए कई बार वैज्ञानिकों का दल गांव में आया, लेकिन वे इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाए। इसी कड़ी में आइए जानते हैं इस रहस्यमय गांव के बारे में –
यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस गांव के ऊपर ईश्वर की एक विशेष कृपा है, जिसके चलते अधिकतर बच्चे जुड़वां जन्म लेते हैं। आपको बता दें कि पिछले 50 सालों के दौरान इस गांव में करीब 300 से भी ज्यादा जुड़वां बच्चों ने जन्म लिया है। गांव का ये आश्चर्यजनक पहलू पिछले लंबे समय से खूब सुर्खियां बटोर रहा है। अगर आप कोडिन्ही गांव में भ्रमण करने के लिए जाते हैं, तो आपकी मुलाकात एक बड़ी संख्या में जुड़वां लोगों से होगी। कुछ अनुमानों की मानें तो इस गांव में करीब 400 जुड़वां लोग रहते हैं। आखिर इस गांव में इतने जुड़वां लोग क्यों हैं? इस अनोखे रहस्य का पता लगाने के लिए साल 2016 में एक टीम गांव में आई। उन्होंने गांव के जुड़वां लोगों के सैम्पल्स को इकट्ठा किया।
हालांकि इस रिसर्च के बाद भी कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला। वहीं कई लोगों का कहना है कि इस गांव की हवा पानी में कुछ ऐसा है जिसके चलते यहां के ज्यादा लोगों के घर जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं। यही नहीं विशेषज्ञों ने यहां पर रहने वाले लोगों के खानपान और रहन सहन पर भी गहन अध्ययन किया। उसके बाद भी उनके हाथ कुछ नहीं लगा। गांव में इतने जुड़वां बच्चे क्यों जन्म लेते हैं? ये आज भी एक रहस्य का विषय बना हुआ है।