कर्नाटक के रंगनाथपुरा इलाके में लोग उस वक्त हैरान रह गए जब कब्र से कुत्तों के भौंकने की आवाज आई. लोगों ने जब पास जाकर देखा तो 15 फुट गहरी खाई में 150 से ज्यादा कुत्तों को दफनाया गया था जिसमें कुछ जिंदा थे और भौंक रहे थे. लोग ये देखकर हैरान रह गए. अब प्रशासन इस मामले की जांच में जुट गई है. जानकारी के मुताबिक शिवमोग्गा एनिमल रेस्क्यू क्लब के सदस्यों के वहां पहुंचने से पहले ग्रामीणों ने कुछ परेशान कुत्तों को भौंकते हुए सुना था. एनिमल रेस्क्यू क्लब के कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल पर पहुंचकर पशु चिकित्सकों और पुलिस की मदद से शवों को हटाया.
एनिमल रेस्क्यू क्लब के सदस्य लक्ष्मी प्रसाद ने कहा कि विशेषज्ञों की एक टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर रही है और पुलिस को रिपोर्ट सौंपने वाली है. आरोप है कि कुत्तों को दफनाने से पहले जहर दिया गया था लेकिन फिर भी उसमें से कई जीवित रह गए. पुलिस ने इस मामले में ग्राम पंचायत के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हालांकि सचिव बी मंजूनाथ ने जोर देकर कहा है कि पंचायत ने कुत्तों को पकड़ने या मारने का आदेश नहीं दिया है. उन्होंने कहा पंचायत अधिकारी पुलिस जांच में मदद करेंगे.
बता दें कि यह घटना हासन गांव में 38 बंदरों को मारकर छोड़ दिए जाने के कुछ ही हफ्ते बाद ही हुई है. जुलाई के अंत में शवों की खोज के बाद, कथित तौर पर हत्या से जुड़े सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक बंदर पकड़ने के लिए चर्चित एक जोड़े को क्षेत्र से उन्हें पकड़ने और स्थानांतरित करने के लिए काम पर रखा था लेकिन उनका इरादा उन्हें मारने का नहीं था. एक वन अधिकारी ने कहा, ” गांव के निवासी पिछले कुछ महीनों से बंदरों के खतरे का सामना कर रहे थे. ग्रामीणों के मुताबिक बंदरों के हमले से उन्हें भारी नुकसान हो रहा था.