हर किसी का सपना होता है कि वो अमीर बन जाए इसके लिए वो अनेकों उपाय आजमाता रहता है। उसी प्रकार रत्नों के इस्तेमाल से भी व्यक्ति के ऊपर अशुभ ग्रहों का असर कम हो जाता है। ज्योतिष की माने तो नीलम रत्न न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित होता है। तो वहीं नीलम रत्न व्यक्ति को रंक से राजा बना सकता है। लेकिन इस रत्न की खास बात ये है कि इस रत्न को हर कोई धारण नहीं कर सकता है। जहां ये रत्न रंक से राजा बना देता है वहीं अशुभ होने पर ये राजा को रंक भी बना सकता है। ज्योतिष गणनाओं के मुताबिक नीलम रत्न को धारण करने से पहले कुंडली का विचार करना बहुत आवश्यक होता है। आज हम आपको बताते हैं नीलम रत्न के बारे में सबकुछ…
नीलम रत्न के लाभ
जिन लोगों के लिए नीलम शुभ होता है उन्हें इस रत्न का तुरंत लाभ दिखने लगता है।
स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है।
अचानक धन-लाभ होने लगता है।
नौकरी और कारोबार में तरक्की होने लगती है।
नीलम रत्न के अशुभ होने पर इन परेशानियों का करना पड़ सकता है सामना
नीलम हर किसी को शुभ फल नहीं देता है इसलिए ये जिन लोगों के लिए ये शुभ नहीं है, उन्हें स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
धन की हानि होने लगती है।
साथ ही कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
ऐसे करें नीलम की पहचान आपके लिए शुभ है या नहीं
जब भी आपको नीलम रत्न को धारण करना हो तो सबसे पहले उसको तकीया के नीचे रखकर सोएं। यदि आपको रात में कोई भी बुरा स्वप्न नहीं आता है और अच्छी और गहरी नींद आती है तो इसका अर्थ है ये रत्न आपके लिए शुभ है। यदि आपको अच्छी और गहरी नींद नहीं आती है तो इस रत्न को भूल से भी धारण न करें।
अगर रत्न धारण करने के बाद कोई अशुभ घटना हो तो इस रत्न को तुरंत उतार दें।