केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को चंडीगढ़ (Chandigadh) के एक व्यवसायी (Businessman) को आतंकी मामले में फंसाने की (To Implicate in Terror Case) धमकी देकर (By Threatening) 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगने (Demanding Bribe of Rs. 25 Lakh) के आरोप में अपने चार अधिकारियों (4 CBI Officers) को गिरफ्तार कर बर्खास्त कर दिया (Arrested and Dismissed) ।
आरोपी अधिकारियों की पहचान सुमित गुप्ता, प्रदीप राणा, अंकुर कुमार, आकाश अहलावत के रूप में हुई है, जो सभी दिल्ली कार्यालय में तैनात हैं। सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनके परिसरों की तलाशी ली, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
“चंडीगढ़ में एक फर्म चलाने वाले शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 10 मई को सीबीआई के चार अधिकारियों सहित 6 लोगों ने उसके कार्यालय में प्रवेश किया और उन्हें आतंकवादियों को समर्थन देने और पैसे उपलब्ध कराने के मामले में फंसाकर गिरफ्तार करने की धमकी दी। आरोपी शिकायतकर्ता को जबरदस्ती एक कार में ले गए और उससे 25 लाख रुपये की मांग की।”
अधिकारी ने कहा कि भ्रष्टाचार और अन्य अपराधों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, न केवल बाहर के लोगों के संबंध में, बल्कि अपने स्वयं के अधिकारियों के संबंध में, सीबीआई ने शिकायत प्राप्त होने पर तुरंत एक मामला दर्ज किया, इस मामले में कथित रूप से शामिल अपने तीन अन्य अधिकारियों की पहचान की और उनकी गिरफ्तारी की। सीबीआई अधिकारी ने कहा, “इन दोषी अधिकारियों की ओर से इस कृत्य को गंभीरता से लेते हुए इन चारों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।” गिरफ्तार आरोपियों को आज चंडीगढ़ की सक्षम अदालत में पेश किया जा रहा है।