प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज वर्चुअली होने वाले 16वें ईस्ट एशिया सम्मेलन (16th East Asia Summit) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे. ईस्ट एशिया सम्मेलन रणनीतिक वार्ता के लिए इंडो-पैसिफिक का प्रमुख मंच है जिसमें चीन, अमेरिका और रूस सहित कुल अठारह देशों के प्रमुख नेता सदस्य के तौर पर भाग लेते हैं. वहीं इस समिट में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार इस समिट में मौजूद सभी देशों के प्रमुख के साथ क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हित के मामलों पर चर्चा की जाएगी. PMO ने अनुसार इस समिट में कई अंतर्राष्ट्रीय मामलों को उठाया जाएगा, जिसमें समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दों को प्रमुखता दी जाएगी. ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन इंडो-पैसिफिक में प्रमुख नेताओं के नेतृत्व वाला मंच है. इसकी स्थापना साल 2005 में की गई थी. इस मंच के स्थापना के बाद से इसने पूर्वी एशिया के रणनीतिक और भू-राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 10 आशियान सदस्य देशों के अलावा, ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन में भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस शामिल हैं.
16वें ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन का एजेंडा
पीएमओ के अनुसार 16वें इस्ट शिखर सम्मेलन शामिल होने वाले सभी प्रमुख नेता वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए आतंकवाद, कोविड -19 सहयोग, समुद्री सुरक्षा, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय हित और चिंता के मामलों पर चर्चा करेंगे. PMO ने कहा कि नेताओं से उम्मीद की जा रही है कि वो मेंटल हेल्थ, टूरिज्म के माध्यम से आर्थिक सुधार और ग्रीन रिकवरी पर घोषणाओं को स्वीकार करेंगे, जिन्हें भारत द्वारा सह-प्रायोजित (Co-Sponsored) किया जा रहा है. बता दें कि यह समिट हिंद-प्रशांत में व्यावहारिक सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण मंच है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज वर्चुअली होने वाले 16वें ईस्ट एशिया सम्मेलन (16th East Asia Summit) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे. ईस्ट एशिया सम्मेलन रणनीतिक वार्ता के लिए इंडो-पैसिफिक का प्रमुख मंच है जिसमें चीन, मेरिका और रूस सहित कुल अठारह देशों के प्रमुख नेता सदस्य के तौर पर भाग लेते हैं. वहीं इस समिट में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे.