मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दो दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी राज्य के कई हिस्सों में तेज आधी-तूफान (strong half-storm) के साथ बारिश हुई। आंधी-तूफान से जहां कई जिलों में कच्चे मकानों के साथ-साथ पेड़ और बिजली के खंम्भे धराशायी (Trees and electric poles collapsed along with kutcha houses) हो गए तो वहीं, प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में छह लोगों की मौत भी हुई है। मरने वालों में सतना जिले के तीन, उमरिया, पन्ना और अशोकनगर जिले के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा 15 लोग घायल हुए हैं। इधर मैहर में मां शारदा का दर्शन करने आए 80 लोग डेढ़ घंटे तक हवा में फंसे रहे। आंधी के दौरान रोपवे की 28 ट्रांलियों में ये यात्री सवार थे। पेड़ गिरने से विंध्य महाकौशल में कई क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई। आंधी से आम की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है।
मध्यप्रदेश में मौसम बदलने के साथ ही आंधी-पानी का दौर शुरू हो गया है। रविवार को प्रदेश के मौसम में बदलाव आया और कई हिस्सों में छिटपुट बारिश हुई। इसके बाद सोमवार को महाकौशल और विंध्य के जिलों में दिनभर तेज धूप निकलने के बाद शाम को फिर मौसम बदला और आसमान में बादल छाने के साथ ही तेज आंधी चलनी शुरू हो गई। आंधी से सतना जिले के ताला थानांतर्गत ग्राम दधुआ में नीम का पेड़ गिरने से दो बालिकाओं की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। मृतकों में मनीषा कोले (18) पुत्री बाबूलाल कोल और सीमा कोल (15) पुत्री विनोद कोल दोनों निवासी पाल अमरपाटन शामिल हैं। वहीं, 15 वर्षीय ज्योति रावत, 14 वर्षीय विमला रावत, 18 वर्षीय शोभा रावत और 40 वर्षीय महाल दीजी रावत पेड़ की चपेट में आने से घायल हो गईं। ये सभी दधुआ गांव में प्याज खोदने के लिए गई थीं। आंधी और बारिश के कारण नीम के पेड़ के नीचे छिप गई थीं।
इसी तरह सतना के कोतवाली थानांतर्गत भैंसाखाना के पास बारिश से बचने के लिए छिपे पन्ना जिले के ककरहटी निवासी गुड्डा यादव के ऊपर मकान का छज्जा गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई, जबकि पन्ना जिले में एक 15 वर्षीय बच्ची की तेज हवा में उड़े शोचालय के दरवाजे की चपेट में आने से मौत हो गई। इधर, उमरिया जिले में शाम 4.30 से छह बजे तक करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक तेज आंधी चली। इंदवार थाना क्षेत्र के ग्राम सुखदास में आम का पेड़ गिरने से पूर्व सरपंच दद्दी सिंह की पत्नी मुन्नी बाई की मौत हो गई। अशोकनगर में त्रयोदशी के भोज के दौरान पेड़ गिरने की घटना में बुजुर्ग गोपाल सिंह ठाकुर की मौत हो गई। यहां सात लोग घायल हुए हैं।
मध्यप्रदेश में बीते चौबीस घंटे से चल रहीं तेज हवाओं और आंधी ने मौसम में ठंड से तो घोल दी, लेकिन परेशानी भी बढ़ा दी। रीवा में तेज आंधी के कारण वाहन चालकों को अपने वाहन तक छोड़कर भागना पड़ा। हवाएं इतनी तेज थीं कि दो पहिया वाहन चालकों को काफी दूर तक धकेल दिया। सतना में 11 मिमी, खजुराहो में 8 मिमी, रीवा में 7 मिमी, मंडला में 5 मिमी , ग्वालियर में 4 मिमी, टीकगमढ़ में 2 मिमी और सागर में भी हल्की बारिश हुई। इधर, शिवपुरी में बारिश के साथ ओले भी गिरे।
इधर, सतना जिले के मैहर में दोपहर तीन बजे के करीब तेज आंधी से मां शारदा के दर्शन करने गए 80 श्रद्धालु रोपवे में फंस गए। रोपवे प्रबंधन ने मौसम विभाग की पूर्व सूचना के बाद भी रोपवे चालू रखा। तेज हवाओं के बीच 28 से अधिक ट्रालियां 600 फीट ऊंचे त्रिकूट पर्वत पर झूलती रहीं। बताया जाता है कि मौसम बिगड़ते ही बिजली गुल हो गई। इस वजह से रोपवे की ट्रॉलियां बीच रास्ते में अटक गईं। इस दौरान 28 ट्रॉलियों में करीब 80 श्रद्धालु दो घंटे तक फंसे रहे। मौसम साफ होने के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। रोपवे का संचालन कोलकाता की दामोदर रोपवे कंपनी करती है। इसी कंपनी के पास झारखंड के देवघर का भी ठेका था, जहां रोपवे हादसे में कई लोगों का रेस्क्यू किया गया था।
मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों के दौरान कई इलाकों में 90 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से भी ज्यादा हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है। यह इलाके हैं पन्ना, सतना, कटनी, रीवा और उमरियां हैं। यहां पर हल्की बारिश से लेकर ओले तक गिर सकते हैं। गुना, अशोक नगर, नीमच, सीहोर, विदिशा और रायसेन में कहीं बूंदाबांदी और हवाएं 20 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, सागर, दमोह, सिंगरौली, जबलपुर, शहडोल और सीधी में हवाओं के साथ हल्की बारिश और धूल भरी हवाएं चल सकती हैं।
अन्य शहरों में भी हुई हल्की बारिश
मध्यप्रदेश के कई शहरों में पिछले 24 घंटे में हल्की बारिश हुई है। ग्वालियर-चंबल, जबलपुर और बुंदेलखंड में बौछारें पड़ी हैं। आज सुबह 8.30 बजे तक रीवा में 4.6 मिमी, सीधी में 2.4, उमरिया में 2.1, टीकमगढ़ में 2 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। मलाजखंड, जबलपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, सतना और खजुराहो में कहीं-कहीं बारिश हुई।
अधिकतम तापमान 44 डिग्री के नीचे आया
प्रदेश में गर्मी के तेवर भी नरम पड़ने लगे हैं। अधिकतम तापमान 44 डिग्री के नीचे आ गया है। सोमवार को सबसे ज्यादा सिवनी में 43.8 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा प्रदेशभर में यह 43 से नीचे ही रहा। भोपाल में 39.8, इंदौर में 37.8, जबलपुर में 38.8 और ग्वालियर में अधिकतम पारा 36.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।