पूर्वोत्तर राज्य असम (Assam) में बाढ़ (flood) से हालात बिगड़ गए हैं. प्रदेश के 26 जिलों के चार लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. कछार जिले में हालात इतने बिगड़ गए कि यहां भारतीय सेना (Indian Army) को बचाव कार्यों के लिए बुलाया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मंगलवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma) से हालात की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद बने हालात को लेकर चिंतित हूं. स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा से बात की. एनडीआरएफ की टीमें पहले ही तैनात कर दी गई हैं. केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया.”
आपदा मंत्री ने लिया जायजा
असम के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री जोगेन मोहन ने NH-27 पर माईबांग सुरंग का और निरीक्षण किया, जो भारी बारिश के बाद गाद से अवरुद्ध हो गई थी.
कछार जिले में बचाव कार्य में जुटी सेना
वहीं कछार जिले में हालात बिगड़ने के बाद भारतीय सेना को बचाव कार्यों के लिए बुलाया गया. सेना और असम राइफल्स की टीम ने मंगलवार को कछार जिले के अलग-अलग हिस्सों में बचाव कार्य शुरू कर दिया है. रक्षा विभाग के पीआरओ ने बताया कि कछार जिले के उपायुक्त की ओर से अनुरोध प्राप्त हुआ था, जिसके बाद तुरंत भारतीय सेना और असम राइफल्स की टीमों को बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए रवाना किया गया. पीआरओ ने बताया कि रेस्क्यू में महिलाओं, बुजुर्गों और छोटे बच्चों को प्राथमिकता दी गई. समय रहते की गई त्वरित कार्रवाई के परिणामस्वरूप लोगों की जान बच गई और एक बड़ी आपदा टल गई. असम राइफल्स की श्रीकोना बटालियन और सेना के जवानों के दोनों पक्षों द्वारा कुल 500 ग्रामीणों को बचाया गया.
26 जिलों में बाढ़, 4 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
असम के 26 जिलों में बाढ़ से 4.03 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में कुल 96,697 लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद होजई में 88,420, नगांव में 58,975, दरांग में 56,960, विश्वनाथ में 39,874 और उदलगुरी जिले में 22,526 लोग प्रभावित हुए हैं. बाढ़ की इस लहर से 67 राजस्व मंडलों के 1,089 गांव प्रभावित हैं और बाढ़ के पानी में 32944.52 हेक्टेयर फसल भूमि डूब गई है. नागांव जिले के कामपुर राजस्व मंडल से एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है. जिला प्रशासन ने 89 राहत शिविर और 89 वितरण केंद्र स्थापित किए हैं जहां 39,558 बाढ़ प्रभावित लोग शरण ले रहे हैं.
कछार जिले में दो लोगों की मौत
अधिकारियों ने बताया कि कछार जिले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कछार जिले में दो बच्चों सहित तीन अन्य लापता हैं. जिला प्रशासन ने 55 राहत शिविर और 12 वितरण केंद्र स्थापित किए हैं. जहां 32,959 बाढ़ प्रभावित लोग शरण ले रहे हैं. इसके अलावा जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है.
कई गांवों में हुआ भूस्खलन
इसके अलावा कई गांवों में भूस्खलन की सूचना भी मिली है, जिनमें न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतार, सिय्योन और लोदी पंगमौल शामिल हैं. भूस्खलन की वजह से जतिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फिडिंग में रेलवे लाइन अवरुद्ध हो गई है.