ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी शनिवार को महाराष्ट्र के भिवंडी में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”वे ताजमहल के नीचे पीएम की डिग्री की तलाश कर रहे हैं।” उनका यह बयान ताजमहल विवाद के संदर्भ में आया है, जो कुछ हफ़्ते पहले भड़क उठा था। आगरा में ताजमहल में 22 बंद कमरों के पीछे “सच्चाई का पता लगाने” के लिए एक भाजपा नेता द्वारा याचिका दायर की गई थी। याचिका में दावा किया गया है कि यहां वास्तव में एक पुराना शिव मंदिर है।
12 मई को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज कर दी और कहा कि ऐसी चीजों को इतिहासकारों पर छोड़ दिया जाना चाहिए। उसी संबोधन में ओवैसी ने कहा कि भाजपा इस बारे में बात करती रहती है कि मुगल भारत के बाहर से कैसे आए, लेकिन दुनिया के विभिन्न हिस्सों से कई अन्य समुदायों के लोग भी भारत से आए। उन्होंने कहा कि केवल द्रविड़ और आदिवासी ही भारत से हैं। ओवैसी ने कहा, “भारत न मेरा है, न ठाकरे का, न मोदी-शाह का। अगर भारत किसी का है तो वह द्रविड़ और आदिवासी हैं। भाजपा-आरएसएस मुगलों के बाद ही हैं। भारत का गठन अफ्रीका, ईरान, मध्य और पूर्वी एशिया से लोगों के पलायन के बाद हुआ था।” ओवैसी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर भी कटाक्ष किया, जो वर्तमान में कांग्रेस और शिवसेना के साथ गठबंधन में महाराष्ट्र में सत्ता में है। उन्होंने कहा, ‘विधानसभा चुनाव में एनसीपी नेता ओवैसी को वोट देने के लिए कह रहे थे ताकि बीजेपी और शिवसेना को रोका जा सके। चुनाव के बाद एनसीपी ने शिवसेना से निकाह कर ली। मुझे नहीं पता कि तीनों दलों में से दुल्हन कौन है।”