केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) ने ‘अग्निपथ योजना’ (Agnipath Yojana) के तहत ‘अग्निवीरों’ (Agniveeron) की भर्ती की आयु सीमा (Age Limit of Recruitment) को इस बार 21 से बढ़ाकर 23 साल करने (By Increasing from 21 to 23 Years) के फैसले से बड़ी संख्या में देश के युवाओं को फायदा होगा (Youth will be benefited), क्योंकि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में सेना की भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हुई थी।
अमित शाह ने सरकार के फैसले की जानकरी देते हुए ट्वीट किया, “पिछले दो वर्ष कोरोना महामारी के कारण सेना में भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हुई थी, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अग्निपथ योजना’ में उन युवाओं की चिंता करते हुए पहले वर्ष उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर उसे 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लिया है।”
शाह ने प्रधानमंत्री के इस फैसले से बड़ी संख्या में देश के युवाओं को लाभ मिलने का दावा करते हुए अपने अगले ट्वीट में कहा, “इस निर्णय से बड़ी संख्या में युवा लाभान्वित होंगे और अग्निपथ योजना के माध्यम से देशसेवा व अपने उज्जवल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ेंगे।” उन्होने इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
आपको बता दें कि, ‘अग्निपथ योजना’ के तहत नई भर्तियों के लिए पहले, साढ़े 17 वर्ष से लेकर 21 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई थी, लेकिन इस योजना की घोषणा के साथ ही देश भर में विवाद खड़ा हो गया। यह कहा गया कि कोरोना की वजह से तमाम तैयारियों के बावजूद पिछले दो सालों में जिन युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका नहीं मिल पाया, उनके साथ उम्र के इस बंधन की वजह से नाइंसाफी हुई है। देश भर से उठ रही मांग के मद्देनजर, सरकार ने यह फैसला किया कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया में अधिकतम उम्र की सीमा में एकमुश्त छूट दी जाएगी। इस फैसले के तहत सरकार ने घोषणा कर दी है कि ‘अग्निवीरों’ की भर्ती की आयु सीमा को इस वर्ष 21 से बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया है।