सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिर्जापुर के दौरे पर एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो माताओं के सम्मान में महिलाओं को हर महीना एक हजार रुपये देंगे। साथ ही उन्होंने यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सबसे पहले हमने बेरोजगारों को 500 रुपये प्रति महीना भत्ता देना शुरू किया।
भाजपा इसकी नकल करते हुए किसानों को छह हजार सालाना दे रही है, जबकि हम भी बेरोजगार को साल में छह हजार दे रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को मिर्जापुर के सबरी स्थित साई गार्डन में चल रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
2022 में हमारी सरकार बनी तो हम महिलाओं, माताओं के सम्मान में उन्हें एक हजार रुपये महीना देंगे। यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नगर के सबरी स्थित साई गार्डन में चल रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही.
अखिलेश यादव ने कहा कि वोट हमारा और काम हमारा ज्यादा है। इसलिए कार्यकर्ता जैसे प्रधानी का चुनाव लड़ते हैं और 90 प्रतिशत वोट पड़वाते हैं, उसी तरह विधानसभा का चुनाव लड़ना होगा। तभी हम 2022 में भाजपा का मुकाबला कर अपनी सरकार बना सकेंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि सभी को मिलकर काम करना होगा। कुछ नेता आपस में मुकाबला करते हैं, सबको एक होकर भाजपा से मुकाबला करना है।
आने वाले समय में यूपी की लड़ाई बड़ी है। यूपी की लड़ाई बिहार और बंगाल से भी ज्यादा खतरनाक तरीके से भाजपा लड़ेगी। बंगाल चुनाव खत्म होने के बाद भाजपा यूपी पर फोकस करेगी। उससे पहले हमें अपनी रणनीति के तहत काम करना होगा। उससे पहले हम संकल्प लें कि उनकी किसी भी साजिश कर डटकर मुकाबला करेंगे और 2022 में जीतेंगे।
झूठ बोलने में बीजेपी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता और हमारे काम का मुकाबला बीजेपी नहीं कर सकती। इसलिए समाजवादी संघर्ष करें, क्योंकि समाजवादी संघर्ष से नहीं डरते हैं। हमें क्या बोलना है यह सीखना होगा, क्योंकि भाजपा के पास काम नहीं है, उनके पास सिर्फ बातें हैं।
हाल ही भाजपा के लोगों ने किसानों को आंदोलनजीवी जबकि वो चंदाजीवी हैं। इस तरह हमें उनकी हर बात का जवाब देना होगा। देश में व्यापार करने आई ईस्ट इंडिया कंपनी सरकार बन गई थी। हमारे देश के वीर सपूतों ने उनका मुकाबला किया तब जाकर हमें आजादी मिली है। अब भाजपा देश को कंपनियों के हाथों बेच रही है। यह बात लोगों को जाकर बतानी होगी। प्रशिक्षण शिविर के पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिले के कई नेताओं के घर जाकर उनसे मुलाकात की।