पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल के प्रयासों से गांव चिमनेवाला, जिला फाजिल्का (पंजाब) के एनआरआई परिवार सुखविंदर कौर और बूटा सिंह के साथ बीते दिन हरियाणा प्रदेश के रोहतक में हुए हमले की घटना संबंधी बीएनएस-2023 एक्ट के तहत जीरो एफआईआर नंबर 001, दिनांक 29 जुलाई, 2024 दर्ज की गई है।
यह जानकारी देते हुए धालीवाल ने बताया कि उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार बीते दिन फाजिल्का जिले के गांव चिमनेवाला पहुंचकर एनआरआई परिवार से मुलाकात की और इस घटना संबंधी जीरो एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन एनआरआई से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार हमेशा प्रवासी पंजाबियों के साथ खड़ी है और भविष्य में भी उनके हित सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
धालीवाल ने इस मामले संबंधी हरियाणा के मुख्यमंत्री और डीजीपी को जीरो एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था और उक्त घटना में शामिल दोषियों की पहचान कर उन्हें सजा देने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि, “मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री से मिलने का समय भी मांगा है ताकि दिल्ली और पंजाब के बीच यात्रा करने वाले पंजाबियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”
उल्लेखनीय है कि इस मामले में सुखविंदर कौर, जो विदेश से लौटे थे, के पति बूटा सिंह उन्हें लेने दिल्ली गए थे। इस दौरान रास्ते में उन पर हमला हुआ था। इस वारदात के दौरान ड्राइवर की फुर्ती ने संबंधितों को बड़े जानी नुकसान से बचा लिया था।
गौरतलब है कि इस घटना के दौरान एनआरआई परिवार को बचाने वाले ड्राइवर को धालीवाल ने 1 लाख रुपए का इनाम देने और पंजाब सरकार द्वारा बहादुरी पुरस्कार देने की घोषणा भी की है।