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WhatsApp लेकर आया है Code Verify फीचर, जानिए कैसे करता है काम

WhatsApp समय-समय पर अपने यूजर्स के लिए कुछ न कुछ नया और एक्साइटिंग लेकर आता रहता है। ऐसे में एक बार फिर व्हाट्सएप अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर लेकर आया है, ताकि उनके एक्सपीरियंस को नया टेस्ट दे सकें। बता दें कि इस बार व्हाट्सएप वेब की सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए व्हाट्सएप ने एक नया फीचर पेश किया है।

ये सिक्योरिटी की न्यू लेयर है, जिसे Code Verify कहा जाता है, जो कि एक ब्राउज़र एक्सटेंशन है, जो कि ब्राउज़र को दिए जा रहे व्हाट्सएप वेब कोड की प्रामाणिकता यानी की authenticity को वैरिफाई करता है। कोड ये चेक करता है कि आपके व्हाट्सएप वेब कोड के साथ कोई छेड़छाड़ या बदलाव तो नहीं किया गया है। ये भी चेक करता है कि क्या आपको दूसरों की तरह ही समान व्हाट्सएप वेब एक्सपीरियंस मिलता है।

WhatsApp ने Cloudfare के साथ पार्टनरशिप में Code Verify वर्क्स डेवलप किया है। ये एक वेब इंफ्रास्ट्रक्चर और सिक्योरिटी कंपनी है। व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग में बताया है कि कोड वेरिफाई उस कोड का independent, थर्ड पार्टी, ट्रांसपेरेंट वैरिफिकेशन प्रदान करता है जो व्हाट्सएप वेब यूजर्स को सर्व किया जा रहा है।

व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग में ये लिखा
व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग में लिखा है , ‘ सालों से व्हाट्सएप ने यूजर्स की ओर से व्हाट्सएप वेब पर भेजे जाने वाले सभी पर्सनल मैसेजेज को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ सुरक्षित रखा है, क्योंकि वो sender से recipient तक जाते हैं। लेकिन सिक्योरिटी के प्रति जागरूक यूजर्स को ये आश्वस्त करने की आवश्यकता है कि जब व्हाट्सएप वेब इन एन्क्रिप्टेड मैसेजेज को प्राप्त करता है, तो ये भी सुरक्षित रहता है।

वहीं, डाउनलोड करने योग्य मोबाइल ऐप के इतर, एक वेब ऐप आमतौर पर यूजर्स को डायरेक्ट सर्व करता है, बिना किसी थर्ड पार्टी के रिव्यू और कोड ऑडिट के। ऐसे कई फैक्टर हो करते हैं हैं जो वेब ब्राउज़र की सिक्योरिटी को कमजोर कर सकते हैं जो मोबाइल ऐप स्पेस में मौजूद नहीं है, जैसे ब्राउज़र एक्सटेंशन। इसके अतिरिक्त, क्योंकि मोबाइल ऐप स्पेस वेब के डेवलप होने के बाद बनाया गया था, ऐसे में मोबाइल पर दी जाने वाली सिक्योरिटी गारंटी अधिक मजबूत हो सकती है। खास तौर से ये देखते हुए कि थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर हर एक ऐप और सॉफ़्टवेयर अपडेट का रिव्यू और साफ्टवेयर अपडेट करता है। लेकिन आज ये बदल रहा है, क्योंकि कोड वैरिफाई व्हाट्सएप वेब पर और भी अधिक सिक्योरिटी ला रहा है।’

कैसे काम करता है Code Verify?
Code Verify एक वेब एक्सटेंशन है, जो Google क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट एज और फ़ायरफ़ॉक्स सहित सभी ब्राउज़रों के साथ काम करता है। जब Code Verify एक्सटेंशन को डेस्कटॉप ब्राउज़र में जोड़ा जाता है, तो ये उस कोड को वैरिफाई करता है, जो ब्राउज़र को व्हाट्सएप वेब के जरिए मिलता है। ये ऑटोमैटिक फ़ायरफ़ॉक्स और एज ब्राउज़र पर पिन हो जाता है। लेकिन इसे मैन्युअल रूप से Google क्रोम ब्राउज़र पर पिन करना होगा। कंपनी ने अपने ब्लॉग में बताया, “कोड वैरिफाई व्हाट्सएप वेब कोड से मेल खाता है, जिसे आप व्हाट्सएप के जरिए भरोसे के साथ सर्व करते हैं और क्लाउडफ्लेयर पर पब्लिश किया गया है, ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि आप जिस व्हाट्सएप वेब का उपयोग कर रहे हैं वह प्रामाणिक यानी कि भरोसेमंद हैं।‘

Code Verify आपके वेब ब्राउज़र के लिए ट्रैफिक लाइट की तरह काम करेगा। इसे डाउनलोड करते ही ये चलेगा और इसे आपके ब्राउजर पर पिन कर देगा। अगर व्हाट्सएप वेब कोड पूरी तरह से मान्य है, तो ब्राउज़र में Web code आइकन हरा दिखाई देगा। जब कोड नारंगी (orange) दिखाई देता है, तो इसका मतलब है कि आपको अपने पेज को रीफ्रेश करने की जरूरत है या कोई अन्य ब्राउज़र एक्सटेंशन कोड वैरिफाई में इटरफेयर कर रहा है। वहीं, इस उदाहरण में, कोड वैरिफाई ये रिकमेंड करेगा कि आप अपने अन्य ब्राउज़र एक्सटेंशन को रोक दें। अगर कोड लाल/red दिखाई देता है, तो इसका मतलब ये होगा कि आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे व्हाट्सएप के वेब वर्जन में सिक्योरिटी से जुड़ी कुछ परेशानिया हैं।