जब बच्चों की परीक्षाएं आने वाली हो तो बच्चे तो परेशान होते ही हैं साथ में माता-पिता को भी चिंता होने लगती है। सबसे ज्यादा इस कारण क्योंकि आज के समय में प्रतियोगिता बहुत ज्यादा ही बढ़ गई है, यही वजह है हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा किसी से भी पीछे न रहे। खासकर तब जब दसवीं, बाहरवीं कक्षा की परीक्षाओं की तो पढ़ाई का तनाव और भी अधिक बढ़ जाता है। अधिकतर बच्चो को शिकायत होती है कि उन्होंने याद किया मगर भूल गए। आप पढ़ाई करते वक्त अगर कुछ बातों को ध्यान में रखते हैं, तो एकाग्रता बनी रहेगी, जिससे आपको पढ़ा हुआ याद रहेगा।
हमारे बड़े बुजुर्ग हमेशा से कहते आएं हैं कि पढ़ाई करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त सबसे उत्तम रहता है। इस वक्त हमारा दिमाग काफी शांत होता है और वातावरण में भी शांति रहती है। अगर इस वक्त हम कुछ भी अध्ययन करते हैं तो वह अधिक अच्छे से दिमाग में बैठ जाता है और परीक्षा के वक्त बार-बार भूलने की समस्या नहीं होती है। ध्यान रखें कि पढ़ाई करते वक्त अधिक देर तक लगातार याद नहीं करना चाहिए, कुछ देर बाद थोड़ा बहुत ब्रेक भी ले लेना चाहिए।
ध्यान रखें कि आपकी पढ़ाई करने की मेज पर बहुत सारी किताबें बिखरी न हो। ऐसा इसलिए क्योंकि एक साथ ढेर सारी किताबे देखकर पढ़ाई करते वक्त ऊब होने लगती है।
अगर पढ़ाई करते वक्त बच्चे के मन में एकाग्रता नहीं रहती है तो बच्चा जब पढ़ाई करने बैठे उससे पहले उसकी मेज के आस-पास कुछ देर तक करीब दो से तीन मिनट तक घंटी बजाएं। ऐसा करने से उस स्थान का वातावरण सकारात्मक हो जाता है और बच्चा अच्छी तरह से पढ़ाई में मन लगाकर कर सकेगा।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक पढ़ाई करते वक्त मुख पूर्व दिशा की तरफ करके रखना चाहिए। इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए कि जहां पर आपकी मेज रखी हो उसके सामने का हिस्सा खुला हुआ होना जरूरी है। मेज और कुर्सी को दीवार से सटा कर न रखें। इससे बोरियत भी महसूस नहीं होगी।