राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण ने बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया। प्रदेश में 21 और 22 नवंबर को चुनाव होंगे। खास बात यह है कि 670 से अधिक समितियों में पहली बार महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
प्राधिकरण के अध्यक्ष हंसा दत्त पांडे के मुताबिक, सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों के बाद जिला और राज्य सहकारी समितियों के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के चुनाव होंगे। प्रबंध कमेटी के सदस्यों के चुनाव के लिए छह नवंबर को अनंतिम मतदाता सूची जारी होगी, आठ नवंबर को मतदाता सूची पर आपत्तियां ली जाएंगी। 11 नवंबर को आपत्तियों पर सुनवाई होगी और इसी दिन अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी जाएगी।
मतदाता सूची जारी होने के बाद इसी दिन नामांकन पत्रों की बिक्री होगी और 13 नवंबर को नामांकन पत्र जमा किए जाएंगे। 14 नवंबर को नामांकनपत्रों की जांच के बाद इसी दिन आपत्तियों का निपटारा किया जाएगा। 16 नवंबर को नामांकन पत्रों की वापसी होगी और इसी दिन चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे। 21 नवंबर को मतदान के बाद उसी दिन चुनाव परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी।
प्रतिनिधियों के चुनाव 22 को
सभापति, उप सभापति एवं अन्य संस्थाओं को भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए 22 नवंबर 2024 को नामांकनपत्र दिए जाएंगे। 22 को ही इन पत्रों की जांच होगी। जांच के बाद इसी दिन आपत्तियों का निपटारा करने के बाद नामांकनपत्रों की वापसी होगी। 22 नवंबर को चुनाव चिह्न के आवंटन के बाद मतदान करा दिया जाएगा और इसी दिन परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।