अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव रोचक होता जा रहा है। हालांकि अभी वोटों की गिनती चल रही है, लेकिन इलेक्टोरल वोट में बिडेन काफी आगे निकल गए हैं। जो बिडेन को अब तक 264 और डोनाल्ड ट्रंप को 214 इलेक्टोरल वोट्स मिले हैं। बहुमत के लिए हर उम्मीदवार को 270 इलेक्टोरल वोट्स चाहिए।
इलेक्टोरल वोट्स के लिए जॉर्जिया, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलिना और पेंसिलवेनिया महत्वपूर्ण स्टेट हैं। ये चार राज्य अमेरिकी राष्ट्रपति पद का भविष्य तय कर सकते हैं। जॉर्जिया में जहां 16 इलेक्टोरल वोट हैं, वहीं नेवाडा में 6, नॉर्थ कैरोलिना में 15 और पेंसिलवेनिया में 20 इलेक्टोरल वोट्स हैं। ट्रंप को इन राज्यों में महत्वपूर्ण बढ़त चाहिए। जबकि बिडेन की राह काफी करीब है। देखना दिलचस्प होगा कि बाजी कौन मारता है। हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने अभी जीत का दावा नहीं छोड़ा है।
जॉर्जिया में अभी तक 99 प्रतिशत, नेवाडा में 84 प्रतिशत, नॉर्थ कैरोलिना में 84 प्रतिशत और पेंसिलवेनिया में 84 प्रतिशत रिपोर्टिंग हो चुकी है। जॉर्जिया में दोनों के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। जॉर्जिया में दोनों को 49.4 प्रतिशत वोट मिले हैं। यहां बिडेन को ट्रंप से लगभग 900 वोट ज्यादा मिले हैं। नेवाडा में बिडेन को 49.4 प्रतिशत और ट्रंप को 48.5 प्रतिशत वोट मिले हैं। नॉर्थ कैरोलिना में ट्रंप बिडेन से आगे हैं। ट्रंप को यहां 50.1 प्रतिशत वोट मिले हैं। वहीं, पेंसिलवेनिया में ट्रंप को 49.6 प्रतिशत वोट मिले हैं, बिडेन को यहां 49.3 प्रतिशत वोट मिले हैं। वोटों की गिनती अभी चल रही है और देखना दिलचस्प होगा कि इस रेस में कौन आगे निकलता है।
जॉर्जिया
एक अमेरिकी न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जॉर्जिया में 16 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स हैं। यहां 99 प्रतिशत वोट गिने जा चुके हैं। जिसमें बिडेन को 2,449,371 और डोनाल्ड ट्रंप को 2,448,454 वोट मिले हैं। 2018 के गवर्नर इलेक्शन में यहां रिपब्लिकन ब्रायन कैम्प ने डेमोक्रेट स्टेसी अब्राम को 1.4 प्रतिशत के मार्जन से मात दे दी थी।
पेंसिलवेनिया
इस राज्य में 20 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स हैं। यहां 97 प्रतिशत वोट काउंट हो चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप को यहां 3,285,965 और जो बिडेन को 3267923 वोट मिले हैं। ट्रंप ने यहां पिछली बार महज 0.7 प्रतिशत के मार्जन से चुनाव जीत लिया था।
नॉर्थ कैरोलिना
यहां 15 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स हैं। डोनाल्ड ट्रंप को 2,732,084 और जो बिडेन को 2,655,383 वोट मिले हैं। यहां की भौगोलिक परिस्थिति चुनाव को और रोचक बनाती है। जहां अर्बन एरिया में डेमोक्रेट्स को पसंद किया जाता है, वहीं रूरल में रिपब्लिकंस को।
नेवाडा
यहां 6 इलेक्टोरल कॉलेज वोट्स हैं। 84 प्रतिशत वोट काउंट हो चुके हैं। जो बिडेन को यहां 604,251 और डोनाल्ड ट्रंप को 592,813 वोट मिले हैं। इस राज्य की आबादी तेजी से बढ़ी है। 2016 में हिलेरी क्लिंटन ने यहां 2.4 प्रतिशत वोट मार्जन से चुनाव जीत लिया था।
क्या होता है इलेक्टोरल कॉलेज
अमेरिका के राष्ट्रपति को इलेक्टोरल कॉलेज चुनेगा। इसमें वे प्रतिनिधि होते हैं, जिन्हें जनता चुनती है, इन्हें इलेक्टर्स कहा जाता है। ये उम्मीदवार राज्य की जनसंख्या के आधार पर चुने जाते हैं। यानी जिस राज्य की जनसंख्या ज्यादा वहां इलेक्टर उतने ही ज्यादा। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि जनता का वोट यानी पॉपुलर वोट जिसे मिले वही राष्ट्रपति पद जीतने में सफल हो। पिछले चुनाव में हिलेरी क्लिंटन को जनता का समर्थन डोनाल्ड ट्रंप से ज्यादा मिला, लेकिन इलेक्टर्स ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुन लिया।
चुनाव में फ्रॉड का आरोप लगाकर सुप्रीम कोर्ट का रुख करने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया, मैं कानूनी तौर पर वोट के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद को आसानी से जीत रहा हूं। आब्जर्वर्स को किसी भी तरह से, आकार या रूप में अपना काम करने की अनुमति नहीं थी और इसलिए इस अवधि के दौरान स्वीकार किए गए वोटों को गैरकानूनी वोट्स होना चाहिए। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट को इसका निर्णय लेना चाहिए।
ट्रंप ने गुरुवार शाम ट्वीट किया था, बिडेन की ओर से हाल ही दावा किए गए राज्यों को वोटर फ्रॉड और स्टेट इलेक्शन फ्रॉड के लिए कानूनी रूप से चुनौती दी जाएगी। हमारे पास बहुत सारे सबूत हैं। बस मीडिया की जांच करें। हम जीतेंगे! अमेरिका पहले!
वहीं बिडेन ने ट्वीट किया, डोनाल्ड ट्रम्प वोटों की गिनती से रोकने के लिए अदालत जा रहे हैं। बिडेन इस कानूनी प्रक्रिया के लिए लोगों का समर्थन मांग रहे हैं, उन्होंने फंड जुटाने का आग्रह किया है।