भाजपा ने पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताया है। भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में जिला की पांच विधानसभा सीटों में तीन पर सिटिंग विधायक को ही टिकट दिया गया है। जबकि गोसाईंगंज विधानसभा सीट से पिछला चुनाव जीतने वाले इंद्रप्रताप गतिवारी खब्बू की पत्नी आरती तिवारी तथा बीकापुर सीट से विधायक शोभा सिंह के पुत्र डा. अमित सिंह चौहान को टिकट दिया गया है। यह तब्दीली भी पुराने चेहरों पर भरोसे के ही आधार पर है।
जिला ही नहीं पूरे प्रदेश में सर्वाधिक प्रतिष्ठापरक अयोध्या विधानसभा सीट से भाजपा ने पुन: वेदप्रकाश गुप्त को प्रत्याशी बनाया है। गुप्त ने पिछले चुनाव में एक लाख सात हजार 14 मत पाकर तत्कालीन प्रदेश सरकार के मंत्री तेजनारायण पांडेय पवन को पराजित किया था। हालांकि, उस चुनाव में भाजपा की लहर चली थी। इसके बावजूद एक लाख से अधिक मत प्राप्त करने के पीछे वेदप्रकाश गुप्त की अपनी छवि भी थी। रुदौली विधानसभा सीट से भाजपा ने जिन रामचंद्र यादव को टिकट दिया हैै, वह दिग्गज नेता माने जाते हैं और भाजपा के हिसाब से प्रतिकूल जनसंख्या संरचना के बावजूद उन्होंने भाजपा के टिकट पर रुदौली लगातार दूसरी बार जीत हासिल की और कुल चौथी बार विधायक बने।
इस बार यह देखना दिलचस्प होगा कि वे भाजपा से जीत की हैट्रिक पूरी करने में सफल होंगे या नहीं। मिल्कीपुर सीट से पिछला चुनाव जीतने वाले गोरखनाथ बाबा पर भी भाजपा नेतृत्व ने एक बार फिर से दांव लगाया है। इसके पीछे नेतृत्व की सिटिंग विधायक को पुन: उम्मीदवार बनाने की नीति के अलावा बाबा का पिछला प्रदर्शन भी अहमियत रखता है। गत विधानसभा चुनाव में गोरखनाथ बाबा को 89 हजार 960 मत मिले थे और उन्होंने तत्कालीन प्रदेश सरकार के मंत्री और सात बार के विधायक अवधेशप्रसाद को 30 हजार 276 मतों से पराजित कर मिल्कीपुर से रिकार्ड जीत हासिल की थी। समीक्षक पुराने चेहरों पर भरोसा जताने के पीछे भाजपा नेतृत्व की सुरक्षात्मक किंतु मौैजूदा समीकरण के हिसाब से उचित नीति करार दे रहे हैं।