मूर्ति विसर्जन जुलूस(Idol immersion procession) संग रेहुआ से लेकर महराजगंज कस्बे(Maharajganj Town) तक हर गतिविधियों को संचार के माध्यम से उपद्रवियों (troublemakers through communication)तक पहुंचाने वाले मारूफ व ननकऊ (Maroof and Nanakau)अभी भी पुलिस पकड़ से दूर हैं। इनको पकड़ने के लिए पुलिस की दो विशेष टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं, लेकिन लगातार ठिकाना बदलने की वजह से बच निकल रहे हैं। दोनों के मोबाइल नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं, लेकिन दोनों की मोबाइल बंद होने से पुलिस को लोकेशन ट्रेस करने में दिक्कत हो रही है। रामगोपाल हत्याकांड में मुख्य आरोपितों में रेहुआ मंसूर गांव के रहने वाले मारूफ और ननकऊ भी शामिल हैं, जो बवाल व हत्या वाली रात से ही गांव छोड़े हुए हैं। नामजद छह में से चार पकड़े जा चुके हैं, लेकिन यह दोनों अभी पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।
बताया जा रहा है कि गांव से जुलूस निकलने व रास्तों में रुकने व आगे बढ़ने तक की पल-पल की खबर महराजगंज तक पहुंचाने का काम दोनों कर रहे थे। पुलिस की शुरुआती जांच में ही दोनों के सुनियोजित तरीके से कस्बे में भड़के बवाल में शामिल होने के सबूत मिले थे, जिसके आधार पर उनको टॉपटेन सूची में शामिल किया गया है। 13 अक्टूबर से ही दोनों फरार चल रहे हैं। इनके मोबाइल भी बंद हैं, जिसकी वजह से इनको ट्रेस करने में पुलिस को चुनौती पैदा हो रही है। हालांकि लगातार पुलिस की दो विशेष टीमें इनके पीछे लगी हुई हैं।
रुपईडीहा पर कई बार मिला लोकेशन
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मारूफ व ननकऊ के मोबाइल का लोकेशन रुपईडीहा के आसपास मिली है। जब तक पुलिस ट्रेस करती उनके मोबाइल बंद हो गए थे। ऐसे में दोनों के सीमा पार जाकर छिपने की आशंका जताई जा रही है। नेपाल में भी उनको पकड़ने को लेकर कदम उठाए गए हैं।
पति को बचाने वालों को पकड़ रही पुलिस
मृतक रामगोपाल की पत्नी रोली मिश्रा का आरोप है कि पुलिस मुख्य साजिशकर्ता ननकऊ व मारूफ को पकड़ने के बजाय उनके पक्ष के निर्दोष लोगों को पकड़ रही है। इसको लेकर जल्द वह उच्चाधिकारियों के पटल पर मामले को रखेगी।
डीएम व एसपी से मुलाकात करेगी रोली
निर्दोष लोगों को बवाल में शामिल करने को लेकर पुलिसिया कार्रवाई से नाराज रोली मिश्रा डीएम मोनिका रानी व एसपी वृंदा शुक्ला से भी उनके कार्यालय में मुलाकात करेंगी। रोली मिश्रा ने बताया कि वे पूरे प्रकरण को उनके पटल पर रखेंगी। बताया कि पति को बचाने वाले ही जेल भेजे जा रहे हैं। यह गंभीर विषय है। कहा कि तेरहवीं संस्कार निपटाने के बाद वह समय लेकर जिला मुख्यालय के अलावा मुख्यमंत्री से भी मिलकर पूरा मामला रखेंगी।