देश में गोल्ड लोन (Gold loan in Country) की मांग लगातार तेजी बढ़ रही है। आरबीआई (RBI) के नए आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2025 में सोने के गहनों (Gold jewellery) के बदले दिए जाने वाले कर्ज (Gold Loan) में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। 21 फरवरी 2025 तक बैंकों द्वारा बांटे गए गोल्ड लोन में 87.4% फीसदी का तेज उछाल आया है और यह बढ़कर 1.91 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। यह वृद्धि पर्सनल लोन की श्रेणी में सबसे तेज रही है।
एक साल पहले 23 फरवरी 2024 यह आंकड़ा 1.02 लाख करोड़ रुपये था और इसकी वृद्धि दर भी केवल 15.2% थी। आरबीआई के अनुसार, पर्सनल लोन की कुल वृद्धि 19% रही, लेकिन सोने के आभूषण के एवज पर लिए गए कर्ज में सबसे अधिक उछाल देखा गया। यह दर्शाता है कि आर्थिक दबाव या तुरंत नकदी की जरूरत के चलते लोग अधिक मात्रा में सोना गिरवी रखकर लोन ले रहे हैं। आरबीआई ने यह आंकड़े 41 बैंकों से जुटाए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, गोल्ड लोन में यह तेजी सोने की बढ़ती कीमतों के चलते आई है। घरेलू वित्तीय तनाव ने सुरक्षित सोने के कर्ज पर निर्भरता बढ़ा दी है। ग्राहक अपना जेवर गिरवी रखकर अधिक ऋण प्राप्त कर रहे हैं। इसके चलते असुरक्षित व्यक्तिगत ऋणों की मांग में कमी आई है।
अन्य कर्ज की स्थिति
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, सालाना आधार पर व्यक्तिगत ऋण श्रेणी की दर वृद्धि में गिरावट आई है। फरवरी 2023 में यह दर 19.5 फीसदी थी, जो इस साल घटकर 8.5 फीसदी रह गई है। इसी अवधि में अन्य व्यक्तिगत ऋण, वाहन ऋण, उपभोक्ता लॉन्ग टर्म सामानों पर कर्ज और अन्य पर्सनल लोन की ग्रोथ घटी है। हालांकि, क्रेडिट कार्ड की बकाया राशि में 15.6% की वृद्धि हुई है, जो 2.9 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
किस लोन में कितना उतार-चढ़ाव
फरवरी 2024 में गोल्ड लोन 15.2 प्रतिशत चढ़ा तो इसी महीने 2025 में 87.4 प्रतिशत। जबकि, दूसरे पर्सनल लोन की बात करें तो फरवरी 2024 में 21.7 प्रतिशत था और फरवरी 2025 में 7.9 पर्सेंट रह गया। फरवरी 2024 में एजुकेशन लोन जहां 23.9 प्रतिशत था तो फरवरी 2025 में 15.3 प्रतिशत रह गया। होम लोन भी 36.4 की ग्रोथ से घटकर 11.1 प्रतिशत रह गया। कार लोन में वृद्धि 2024 में 17.6 तो फरवरी 2025 में 9.6 फीसद रह गई।
गोल्ड लोन में तेज वृद्धि
सितंबर 2024 से बैंकों के गोल्ड लोन में 50% की तेजी देखी गई है, जो कुल ऋण वृद्धि की तुलना में कहीं अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से अन्य असुरक्षित कर्ज पर सख्त नियम लागू होने के कारण हुई है। भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, यहां आमतौर पर त्योहारों और शादियों के दौरान सोने की खरीदारी की जाती है। सोने की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के कारण गोल्ड लोन लोगों के लिए अधिक आकर्षक बन गया है।