भाजपा उ.प्र. के वरिष्ठ नेता व प उपाध्यक्ष: बार एसोसिशन सो. अनिल द्विवेदी जी ने खनन निदेशक श्रीमति माला श्रीवास्तव से मुलाक़ात करके अपने गृह जनपद सोनभद्र के खनन का बिषय रखा, खनन निदेशक माला श्रीवास्तव से अनिल द्विवेदी ने अपने दिए दिए पत्र में बताया हैं कि खनन अधिकारी स्यम् ही अबैध खनन व परिवहन में संलिप्त हैं और अपने चहेतो से खुद ही अपने सह पर अबैध खनन व परिवहन कराता हैं जिससे सरकार की छबि धूमिल हो रही हैं! श्री द्विवेदी जी ने खनन निदेशक को अवगत कराया हैं कि जनपद सोनभद्र के निम्नलिखित विन्दुओं पर यदि जांच करायी जाए तो सभी सच्चाई सामने आ जायेगी! ओ बिंदु निम्नवत हैं!…
1- सोनभद्र के खनन अधिकारी द्वारा खुद ही अपने चहेतोँ से अबैध खनन कराया जा रहा हैं, बालू -गिट्टी की ओभरलोंड बिना परमिट की गाड़िया खनन अधिकारी के नाम पर बैरियर पार हो रही हैं,पता चला हैं कि खान अधिकारी का बिना परमिट की प्रत्येक गाड़ियों से “पच्चास हजार से लेकर एक लाख रूपये” महीना बँधा हैं,खनन अधिकारी खुद गाड़ी पार कराने में पासर की भूमिका निभा रहा हैं! खान अधिकारी सोनभद्र की भूमिका खुलेयाम अबैध खनन कर्तायोँ को संरक्षण देने तथा अपने रिस्तेदारो साला,भतीजे, भांजे को पार्टनर बना कर खुलेयाम अबैध खनन करवाने व बिना परमिट ओभरलोड गाड़ियों को पार कराकर सरकार को चुना लगाने, राजस्व की छती करने का कार्य किया जा रहा हैं जिसकी जांच जरुरी हैं |
2- खान अधिकारी सोनभद्र अपने कुछ चहेते खनन ब्यावसायीओं को अबैध खनन की खुली छूट दे रखे हैं, खनन डाला-ओबरा का, तो परमिट दुद्धि या मध्य प्रदेश की प्रयोग की रही हैं और यही खेल बालू खनन में धड़ल्ले से चल रहा हैं, यह सभी अबैध खनन का गोरखधंधा खान अधिकारी की मिलीभगत से ही चल रहा हैं इस अबैध खनन से एक मोटी अबैध कमाई की जा रही हैं! खान अधिकारी के चहेते खनन ब्यावसायी, चाहे वो राय हो या केशरी हो या सिंह हो, सारे मियमों को ताक पर रख कर खुलेयाम मशीनों से अपने मानक से कई गुना अधिक अबैध खनन कर रहें हैं और इन लोँगोँ द्वारा पट्टा कही और, खनन कही और, किया जा रहा हैं खनन अधिकारी निहायत ही बेईमान और घुशखोर किस्म का हैं! जो ईमानदार खनन ब्यवसायी हैं उनको जान बुझ कर परेशान कर रहा हैं |
3- अबैध खनन कर्ता निरंजना श्रीवास्तव पत्नी राहुल श्रीवास्तव व इनके बेटे जो निरंतर अबैध खनन व अबैध रूप से क्रसर प्लांट लगा कर खान अधिकारी के सहयोग से अबैध खनन कर रहें हैं इन सभी लोगों के सन 1998 से अब तक खनन पट्टे की और खनन एरिया की तथा इनके द्वारा किये गए खनन की जांच हो|
4- अबैध कोयला खनन, परिवहन व मिलावट में भी संलिप्त लोगों की बचाव सोनभद्र के भ्रष्ट खान अधिकारी द्वारा किया जा रहा हैं,कोयले का अबैध कारोबार भी खनन अधिकारी की मिली भगत से ही चल रहा हैं, कोयले के कारोबार चाहे सलाईबनवा का हो, या शक्तिनगर का हो, या खड़िया का हो सभी कोयला स्टोर अबैध हैं, अबैध परमिसन पर हैं, अबैध जमीन पर हैं और अबैध लीज भी हैं, राहुल श्रीवास्तव, विकाश चौबे व उनके साथी पार्टनरों द्वारा सोनभद्र के खान अधिकारी के पूर्णतया मिली भगत से अबैध कोयले का कारोबार करके सरकार को अरबों रूपये का चुना व राजस्व हानि की जा रही हैं | अबैध कोयले के कारोबार की भी स्वयं जांच करा करके संलिप्त सभी अधिकारीयों, अबैध कर्तायों पर नकेल कसा जाए |
5- सोनभद्र के प्लांटों से निकले वाले राखड़ को बगैर किसी मानक के,अबैध रूप से ओभरलोडिंग, वाहन से किसी तिरपाल से बिना ढके, बगैर परमिट के ले जाया जा रहा हैं, ट्रांसपोटरों जैसे :- बंसल व यूनाइटेड ट्रांसपोर्ट एजेंसी ने ओभर लोंड “प्रत्येक गाड़ी कुछ रूपये महीने” अधिकारियोँ को बांध रखें हैं मुख्य सड़क मार्ग से ही यह सभी राखड़ की गाड़ियां रांख लेकर अबैध रूप से आती जाती हैं | इसकी भी जांच करायी जाए | द्विवेदी जी बताया कि खनन निदेशक ने कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का विश्वास दिलाई हैं तथा उच्च स्तरीय “तीन सदस्ययीय” टीम गठित करने का आदेश तुरंत ही दे दी, टीम को एक हप्ते में अपनी रिपोर्ट खनन निदेशक को देनी हैं