इस्तीफे की चर्चाओं के बीच पंजाब भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ ने हाईकमान और केंद्र को पंजाब के मुद्दों पर अपना नजरिया बदलने की नसीहत दी है। पंजाब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीते कई दिनों से दिल्ली रुके हुए हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार, हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद पंजाब भाजपा अध्यक्ष का चेहरा बदला जा सकता है। जाखड़ ने हाईकमान के समक्ष इस पद की जिम्मेदारी दूसरे को सौंपने को लेकर अपना पक्ष रखा है। इन मुलाकातों के दौरान जाखड़ ने पार्टी हाईकमान को पंजाब के मुद्दों पर संवेदनशीलता और अपनापन दिखाने के लिए कहा है।
प्रदेशाध्यक्ष जाखड़ ने किसानों के मुद्दे, प्रदेश के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों और विकास कार्यों की विशेष रूप से ध्यान देने की मांग की है। यहां तक कि जाखड़ ने पार्टी हाईकमान से कहा कि पंजाब केंद्र सरकार से कई उम्मीदें रखता है, जिसे पूरा किया जाना चाहिए।
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल देने जैसे मामलों पर भी चर्चा की है। जाखड़ ने बीते लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर भी पार्टी हाईकमान के समक्ष अपने विचारों को रखा है।
प्रदेशाध्यक्ष जाखड़ की अध्यक्षता में हुए लोकसभा चुनाव में बेशक भाजपा एक भी सीट जीतने में नाकाम रही, लेकिन भाजपा का पंजाब में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है। 2014 में पंजाब में भाजपा का वोटिंग प्रतिशत 8.70, 2019 में 9.63 और 2024 में 18.41 प्रतिशत बढ़ा है।
जाखड़ ने पार्टी हाईकमान से चर्चा के दौरान टिकट बंटवारे को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। जाखड़ ने प्रदेश की दो से तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने में उनकी सलाह को नजरंदाज करने पर अपना पक्ष रखा है।