भारत द्वारा सिंधु जल समझौता स्थगित करने के बाद पानी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान को अब समझ आ गया है की खोखली अकड़ से कोई फायदा नहीं है। इस लिए भारत से अब बातचीत की इच्छा जताई है। पाकिस्तान भारत के साथ सिंधु जल समझौते और कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करना चाहता है। हालांकि, भारत स्पष्ट कर चुका है कि बातचीत केवल आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर ही होगी।
तेहरान में शहबाज शरीफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ईरान दौरे के दौरान तेहरान में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है। सिंधु जल समझौता रद्द होने और ऑपरेशन सिंदूर से प्रभावित पाकिस्तान ने फिर भी कश्मीर का मुद्दा उठाया।
‘पाकिस्तान को भीख मांगनी पड़ेगी’
पिछले हफ्ते राजस्थान में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि अगर वह आतंकवाद का समर्थन जारी रखेगा, तो उसे एक-एक पैसे के लिए भीख मांगनी पड़ेगी।
‘बातचीत केवल पीओके पर होगी’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के हक का एक बूंद पानी भी नहीं मिलेगा। बीकानेर में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के खून से खेलना पाकिस्तान को भारी पड़ेगा और यह भारत का अटल संकल्प है, जिसे कोई वैश्विक दबाव नहीं बदल सकता।
पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि पाकिस्तान के साथ भविष्य में होने वाली किसी भी बातचीत का विषय केवल पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर होगा, क्योंकि पाकिस्तान ने भारत के अभिन्न अंग कश्मीर पर अवैध कब्जा कर रखा है।