बिहार (Bihar) की राजनीति में जबरदस्त ट्विस्ट देखने को मिला है. राजनीतिक अस्थिरता को लेकर लगाए जा रहे कयासों के बीच आरजेडी (RJD) ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को खुला ऑफर दिया है और साथ ही एक शर्त भी रखी है. अगर नीतीश कुमार राजद का ऑफर स्वीकार लेते हैं तो राजद उन्हें पीएम कैंडिडेट बनाएगी लेकिन उसके बदले तेजस्वी को बिहार का सीएम बनाना होगा. जी हां, ये ऑफर पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी (Uday Narayn Choudhary) ने दिया है.
तेजस्वी को CM बनाने की शर्त
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, ऑफर में उदय नारायण चौधरी का कहना है कि अगर RJP नेता तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बना देते हैं तो साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश का समर्थन कर सकती हैं.
गठबंधन पर संकट के बादल
दरअसल, इस समय बिहार की एनडीए सरकार में तनाव देखने को मिल रहा है और इस पर विपक्षी पार्टियों ने बारीकी से नजर बनाई हुई है. लेकिन इस बीच राजद के दलित नेता द्वारा पेश किए गए ऑफर सियासी हड़ंकप मच गया है. बताते चलें, तीन दिन पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी आरसीपी सिंह को दे दी थी. हालांकि, उनके इस कदम के पीछे दूरगामी रणनीति है. इसके अलावा दोनों दलों के नेताओं का दावा है कि बिहार की सरकार आपसी समन्वय के साथ चल रही है और 5 साल पूरे भी करेगी.
शर्तों के आधार पर गठबंधन
उदत नारायण चौधरी के इस ऑफर के साथ ये साफ हो गया है कि, बिहार में राजद ने उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं और वो शर्तों के आधार पर नीतीश कुमार के साथ गठबंधन कर सकती है. लेकिन इसके लिए नीतीश को बीजेपी का साथ छोड़ना होगा. फिलहाल बिहार की राजनीति में आए इस दिलचस्प मोड़ ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. जानकारी के लिए बता दें, नीतीश कुमार को 2020 के विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है और इसके बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली है. हालांकि इस कुर्सी पर बैठने से नीतीश कुमार ने इनकार कर दिया था लेकिन बीजेपी के अनुरोध पर उन्होंने सीएम पद को स्वीकार किया है.