बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से अपने पुराने साथी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का नाम सुनते ही भड़क उठे हैं. दिल्ली में जब नीतीश कुमार से आरसीपी सिंह को लेकर सवाल पूछा गया तो नीतीश कुमार ने कहा कि उसको राजनीति में लाया कौन था. वो आईएएस था. उसे अपना प्राइवेट सेक्रेट्री कौन बनाया था. कहां से कहां बनाया उस आदमी को, छोड़िए ना. नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी में उसे हम लाये, उसे अपनी जगह अध्यक्ष भी बना दिया लेकिन वह बीजेपी के हाथ में चला गया.
नीतीश कुमार ने कहा कि वह क्या बोलता है उसके बोलने का कोई मतलब है, आप लोगों को उस आदमी के बारे में पूछना भी नहीं चाहिए. इससे पहले नीतीश कुमार ने दिल्ली में वाम दल के नेताओं से मुलाकात की. नीतीश कुमार ने कहा कि CPI से हमारा पुराना संबंध है. सब लोग एक साथ थे फिर बीच में अलग हुए थे और अब हमलोग एक हो गए हैं. सब लोग मिलकर इस देश को आगे बढ़ाएंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीपीआई महासचिव डी राजा से मुलाकात की. सीपीआई दफ्तर में नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग काफी पहले से यहां आते जाते रहे हैं. सभी लोगों को एकजुट करने की कोशिश है. प्रधानमंत्री पद के सवाल और चेहरे पर नीतीश कुमार ने कहा कि हम इसके इच्छुक नहीं है. इस मुलाकात के बाद सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि पहली बात है कि सबको एकजुट करें जो भारत के लोकतंत्र संविधान की रक्षा करें.
नीतीश कुमार ने कहा सभी लोग एकजुट हो जाएं तो बहुत बड़ी बात होगी. सभी लोग एकजुट हो जाएं चेहरा तो आगे की चीज है. लेफ्ट के नेताओं से मुलाकात करने के बाद नीतीश कुमार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मिलने पहुंचे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर नीतीश कुमार और अरविंद केजरीवाल की मुलाकात शुरू हो चुकी है.