बिहार के नेता प्रतिपक्ष सह राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को खुद को मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रूप में पेश किया। उन्होंने कहा कि आपका बेटा मुख्यमंत्री बना तो झुग्गी वालों पर लाठी-डंडा नहीं चलेगा। आपके कच्चे मकान टूटेंगे नहीं, बल्कि पक्का मकान बना कर मिलेगा।

उन्होंने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में राजद की ओर से आयोजित मुसहर-भुइयां महारैली सह संवाद कार्यक्रम में यह घोषणा की। उन्होंने महागठबंधन सरकार के लिए एकजुट होकर आशीर्वाद देने की अपील की और कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो माताओं-बहनों को हर माह सीधे उनके बैंक खाते में ढाई हजार रुपये मिलेंगे, वृद्धा-दिव्यांग पेंशन में वृद्धि होगी और 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी।
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्यभर से पहुंचे समाज के लोगों से पढ़ाई-लिखाई पर जोर देने की अपील की और कहा कि शिक्षित नहीं होइएगा तो लोग आपके साथ अन्याय करते रहेंगे। कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने जातीय गणना के आंकड़े गिनाए और उनके अधिकारों की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति की कुल 21.3 फीसदी की आबादी में मात्र 1.3 फीसदी के पास ही सरकारी नौकरी है। इनमें 0.015 फीसदी ही इंजीनियर हैं। कार्यक्रम को विधायक रामवृक्ष सदा, विधान पार्षद मुन्नी रजक, पूर्व विधायक उदय मांझी, समता देवी, दीपक मांझी, सदन मोहन मांझी आदि ने भी संबोधित किया।
जीतन राम मांझी ने राजद के भुइयां-मुसहर सम्मेलन पर तंज कसा है। सोशल मीडिया एक्स पर मंगलवार को उन्होंने लिखा है कि सुना है मुसहर सम्मेलन के बाद तेजस्वी यादव राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी मुसहर जाति से आने वाले नेता को बना देंगे। साथ ही वह यह घोषणा करेंगे कि जिन राजद कार्यकर्ताओं या गुंडों ने मुसहर भुइयां के पर्चे वाली जमीन पर कब्जा किया है, वह उस जमीन को छोड़ देंगे। राजद नेता यह भी प्रण लेंगे कि भविष्य में उनका कोई भी कार्यकर्ता दलितों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार नहीं करेगा। वहीं, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन ने कहा कि राजद को इतनी ही चिंता है तो किसी मुसहर-भुइयां को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करे। आज मुसहर-भुइयां समाज को फिर से मोहरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन अब यह समाज किसी का दरबारी बनकर नहीं रहेगा। अब हमें भी सत्ता चाहिए, बराबरी चाहिए.