प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बर्लिन (Berlin) में भारतीयों (Indians) को संबोधित किया. पीएम मोदी ने देश के विकास को गति मिलने से लेकर लोकल फॉर वोकल (Local for Vocal), स्टार्टअप (Startup), डीबीटी (DBT) के साथ अनुच्छेद 370 हटाने (abrogation of article 370) समेत अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने नाम लिए बिना विपक्षी कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश भी दिया।
पीएम मोदी ने भारत माता की जय के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की और जर्मनी में रह रहे भारतीयों से मिलने के अवसर को अपना सौभाग्य बताया. पीएम मोदी ने कहा कि जर्मनी पहले भी आया हूं. आप में से कई लोगों से मिला भी हूं. यहां युवा अधिक नजर आ रहे हैं जिसकी वजह से युवा जोश भी है. जर्मनी में भले ही भारतीयों की संख्या कम है लेकिन आपके स्नेह में, आपके जोश में कोई कमी नहीं है. ये दृश्य जब हिंदुस्तान के लोग देखते हैं तो उनका भी मन गर्व से भर जाता है।
भारत संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है
पीएम मोदी ने कहा कि जब कोटि-कोटि भारतीयों की बात करते हैं तो उसमें केवल भारत में रह रहे लोग ही नहीं, आप भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि21वीं सदी का ये समय भारत के लिए, हम भारतीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. आज का भारत मन बना चुका है, संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है. आप भी जानते हैं कि जब किसी देश का मन बन जाता है तो वो देश नए रास्तों पर भी चलता है और मनचाही मंजिलों को प्राप्त करके भी दिखाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि सकारात्मक बदलाव और तेज विकास की आकांक्षा ही थी जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी. ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया. भारत की जनता ने वैसी ही सरकार चुनी है, जैसी उसे चाहिए थी. जानता हूं कि उम्मीदों का आसमान हमसे जुड़ा हुआ है. मेहनत की पराकाष्ठा करके इन उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश कर रहा हूं. भारत ने मन बना लिया है. उसे पता है कि कहां जाना है, कैसे जाना है.
भारत ने एक बटन दबाकर खत्म की राजनीतिक अस्थिरता
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने तीन दशकों की राजनीतिक अस्थिरता को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया. भारत के मतदाताओं ने 30 साल बाद 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी. भारत नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. भारत के मतदाताओं को वोट की ताकत पता है. भारत अब समय नहीं खोएगा. देश जब आजादी के सौ साल का जश्न मना रहा होगा, तब जिस ऊंचाई पर होगा, उसके लक्ष्य निर्धारित करते हुए तेज गति से आगे बढ़ रहा है. भारत में ना कभी साधनों की कमी रही ना संसाधनों की. एक दिशा तय की लेकिन बहुत सारे जो परिवर्तन होने चाहिए थे, वे नहीं हुए और किसी न किसी कारण से हम पीछे छूट गए.
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों का आत्मविश्वास कुचला था, उसकी भरपाई का एक ही उपाय था जन-जन में आत्म गौरव भरना. इसके लिए जनता में सरकार के प्रति भरोसा बनना जरूरी था. अंग्रेजों की परंपरा के कारण भरोसे की खाई थी. सुधारों के लिए ईच्छाशक्ति जरूरी है. जहां जरूरत हो, वहां सरकार का अभाव न हो. जहां जरूरत ना हो, वहां सरकार का प्रभाव न हो. हम लोगों के जीवन से सरकार का दखल हटा रहे हैं. उन्होंने ट्रांसफार्म और डेवलपमेंट के साथ रिफॉर्म की भी चर्चा की और कहा कि इसके लिए जनता की भागीदारी जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश आज हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहले जहां जाइए, वर्क इन प्रोग्रेस का बोर्ड लगा होता था. अब देश भी वही है, फाइल भी वही है, सरकारी मशीनरी भी वही है लेकिन देश बदल गया है. अब भारत छोटा नहीं सोचता. भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी सबसे तेज है. 6 लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा चुका है. अब 5जी आने वाली है. उन्होंने कहा कि भारत आज छोटा नहीं सोचता. रियल टाइम पेमेंट में सबसे अधिक भागीदारी भारत की है.
नया भारत रिस्क लेता है
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में बड़ी संख्या में लोगों के खाते में सीधे लाभ पहुंचा है. बिना किसी बिचौलिए के. कोई कट मनी नहीं. अब किसी प्रधानमंत्री को नहीं कहना पड़ेगा कि एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसे पहुंचता है. नाम लिए बगैर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वो कौन सा पंजा था जो 85 पैसे घिस लेता था.
पीएम ने कहा कि नया भारत आपका फ्यूचर सिक्योर करने को लेकर ही नहीं सोचता, रिस्क लेता है. उन्होंने स्टार्टअप की भी चर्चा की और कहा कि 2014 से पहले दो-चार सौ स्टार्टअप थे. आज भारत में 68 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं. पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात का सीएम रहते जब बाबुओं से पूछता था कि बेटे-बेटियां क्या कर रहे हैं तो जवाब मिलता था कि आईएएस की तैयारी करते हैं. आज जब भारत सरकार के बाबुओं से पूछता हूं तो जवाब मिलता है कि वो तो स्टार्टअप में लग गया.
भारत की जनता ही ड्राइविंग फोर्स
पीएम मोदी ने कहा कि देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसके विकास का नेतृत्व करें, देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसकी दिशा तय करें. अब आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के कोटि-कोटि लोग ही ड्राइविंग फोर्स हैं. उन्होंने कहा कि आज सरकार innovators के पांवों में जंजीर डालकर नहीं, उनमें जोश भरकर उन्हें आगे बढ़ा रही है. आज भारत में गवर्नेंस में टेक्नॉलॉजी का जिस तरह समावेश किया जा रहा है, वो नए भारत की नई पॉलिटिकल विल भी दिखाता है और लोकतंत्र की डिलीवरी क्षमता का भी प्रमाण है.
पीएम मोदी ने कहा कि Silos को तोड़ने के लिए अब हमने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान बनाया है. हम हर डिपार्टमेंटल silos को तोड़कर, इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े हर प्रोजेक्ट में सभी स्टेकहोल्डर्स को एक ही प्लेटफॉर्म पर लेकर आए हैं. अब सरकारें, सभी विभाग, अपने-अपने हिस्से का काम एडवांस में प्लान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज भारत इज ऑफ लिविंग, इज ऑफ एम्प्लॉयमेंट, इज ऑफ मोबिलिटी, इज ऑफ डूइंग बिजनेस, हर क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है. नए आयाम स्थापित कर रहा है.
अब लागू किया एक देश, एक संविधान
पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 का नाम लिए बगैर कहा कि हमने एक देश, एक संविधान अब जाकर लागू किया. इसे लागू करने में 70 साल लग गए. उन्होंने वन नेशन वन राशन की भी चर्चा की और ये भी कहा कि हमने पांच साल में 1500 कानून खत्म किए. पीएम ने जीएसटी और निर्यात की भी चर्चा की और कहा कि आज निर्यात बढ़ गया है. उन्होंने ये भी कहा कि पहले कंपनी रजिस्टर्ड करानी होती थी तो बाबू ये लाइए, वो लाइए कहता रहता था. आज 24 घंटे में कंपनी रजिस्टर्ड हो रही है.
भारत समाधान लेकर आता है
पीएम ने कहा कि 21वीं सदी की सबसे बड़ी सच्चाई ये है कि भारत ग्लोबल हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना के संकट काल में कई देशों को जरूरी दवाएं भेजकर जिंदगी बचाने में मदद की. हमने वैक्सीन बनाने में सफलता मिली तो सौ से ज्यादा देशों को भेजी. आज विश्व में गेहूं की कमी है. हिंदुस्तान का किसान दुनिया का पेट भरने के लिए आगे आ रहा है. जब भी मानवता के सामने कोई संकट आता है, भारत समाधान लेकर आता है. यही नया भारत है, यही नए भारत की ताकत है.
स्वदेशी को लेकर जबरदस्त क्रेज
पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग कई साल से भारत नहीं गए हैं, उन्हें लगता होगा कि ये सब हुआ कैसे. मोदी ने कुछ नहीं किया. 130 करोड़ लोगों ने किया है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल होते भारत में आपकी भूमिका भी बड़ी होने वाली है. आज भारत में स्वदेशी को लेकर जबरदस्त क्रेज है. स्थानीय उत्पादों को लेकर लोगों में उत्साह है. पहले चिट्ठी लिखने पर घर के लोग कहते थे कि ये ले आना. आज लोग कहते हैं कि यहां सब मिलता है, मत लाना. ये दम बनाने में किसी भारतीय की मेहनत लगी है. किसी भारतीय के पसीने की महक है उसमें. हिंदुस्तान के युवा का जिसमें पसीना लगा हो, जिसमें भारतीयता की खुश्बू हो, वह हमारे लिए फैशन स्टेटमेंट होना चाहिए.
1 लाख करोड़ के पार पहुंचा खादी का कारोबार
पीएम मोदी ने खादी का जिक्र करते हुए कहा कि जिसे महात्मा गांधी ने जिया, उसका भी आजादी के बाद वही हाल हुआ जो आजादी के दीवानों के सपनों का हुआ था. क्या देश का दायित्व नहीं था. आज देश के सामने सर झुकाता हूं. आजादी के 75 साल बाद जब देश अमृत महोत्सव मना रहा है, खादी का कारोबार एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया. कितने गरीब विधवा माताओं को रोजी-रोजी मिली होगी. पिछले 8 साल में खादी के उत्पादन में पौने दो सौ फीसदी इजाफा हुआ है. भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने में आप भी मेरा साथ दीजिए. यहां के लोगों को भारत के लोकल की विविधता, भारत के लोकल की ताकत से आप भलीभांति परिचित करा सकते हैं. मुझे विश्वास है कि आप ऐसा करोगे. इंडियन डायस्पोरा की विशेषता बताते हुए कहा कि ये दूध में शक्कर की तरह मिल जाता है.
500 दिन में बनाएंगे 50 हजार तालाब
पीएम मोदी ने योग की चर्चा करते हुए कहा कि भारत के ऋषि-मुनियों की तपस्या की विशेषता इतनी है कि केवल नाक पकड़ना सीखा दो तो लोग डॉलर में फी देंगे. 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है, अभी से टोलियां बनाकर छा जाइए. सबको नाक पकड़ना सीखा दो. क्लाइमेट एक्शन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का हर घर आज एलईडी बल्ब का उपयोग कर रहा है. हमने करीब 37 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे हैं. इसकी वजह 48 हजार मिलियन किलो वॉट बिजली बची है और करीब चार करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन कम हुआ है.
ऐसे ही प्रयासों की वजह से आज भारत अभूतपूर्व स्तर पर ग्रीन जॉब्स के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. भारत और जर्मनी ने भी ग्रीन एनर्जी को लेकर भागीदारी पर फैसला किया है. हम भारत के हर जिले में 75 नए अमृत सरोवर बनाने का संकल्प लिया है. 500 दिन में 50 हजार नए तालाब बनेंगे या पुराने तालाब को पुनर्जीवित किया जाएगा. जल है तो जीवन है.
पीएम ने कहा कि आप जिस गांव से आए हैं, वहां भी एक तालाब बनवाएं और अमृत सरोवर बनवाने में आपका भी सहयोग हो. उन्होंने मैक्समूलर का जिक्र करते हुए कहा कि इंडो-यूरोपियन वर्ल्ड के सैड फ्यूचर की बात कही थी. आज 21वीं सदी में उनको जमीन पर उतारने का सही समय है. भारत और यूरोप की बढ़ती साझेदारी दुनिया में शांति कायम कर सकती है. आप भी इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
लोगों में नजर आया भारी उत्साह
पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर भारतीय मूल के लोगों में जबरदस्त उत्साह नजर आ रहा है. कार्यक्रम स्थल पर लोग मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे. लोगों ने जय श्रीराम के नारे भी लगाए. कार्यक्रम हॉल में मौजूद भारतीय पीएम को देख खुशी से झूमते भी नजर आए. कार्यक्रम की शुरुआत भारत के राष्ट्रगान से हुई. जर्मनी में दो लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग हैं. इनमें 30 हजार से अधिक छात्र भी हैं. पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान लोगों ने मोदी है तो मुमकिन है के नारे भी लगाए. पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एस डोभाल भी मौजूद थे.
पीएम ने जर्मन चांसलर का किया धन्यवाद
इससे पहले पीएम मोदी ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉल्ज से मुलाकात करने के लिए चांसलरी पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉल्ज ने रूस से युद्ध खत्म करने की अपील की है. जर्मन चांसलर ने कहा है कि सीमाएं युद्ध के बल पर नहीं बदली जा सकतीं. पीएम मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत के लिए जर्मन चांसलर का धन्यवाद किया और कहा कि भारत और जर्मनी दोनों ही देश इस महत्वपूर्ण पार्टनरशिप को प्राथमिकता दे रहे है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी साझा मूल्यों, हितों के आधार पर हमारे द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है.
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी की भी की चर्चा
पीएम मोदी ने कोरोना महामारी की भी चर्चा की और कहा कि इसने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट की शुरुआत में ही हमने तुरंत युद्धविराम का आह्वान किया. और इस बात पर जोर दिया था कि विवाद सुलझाने के लिए बातचीत ही एक मात्र उपाय है. हम शुरू से ही कहते आए हैं कि युद्ध से सभी को नुकसान होगा और कोई एक पार्टी विजयी नहीं होगी. इसलिए हम शांति के पक्षधर हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन युद्ध के कारण उथल-पुथल के कारण तेल की कीमतें आसमान छू रही हैं. दुनिया में फर्टिलाइजर और खाद्यान्न की भी कमी हो रही है. इसका विश्व के हर परिवार पर बोझ पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत, मानवीय मुद्दों को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि हमने यूक्रेन में मानवीय सहायता भी भेजी है. आज दुनिया की शांति और स्थिरता नाजुक स्थिति में है. हमने युद्ध की शुरुआत में ही युद्ध विराम की अपील की थी. पीएम मोदी ने कहा कि जर्मनी के साथ ग्रीन हाइड्रोजन पर सहयोग बढ़ाने की सहमति बनी है.
पीएम मोदी को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
इससे पहले पीएम को, जर्मन सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. पीएम मोदी और जर्मन चांसलर के बीच बैठक हुई. इस दौरान दोनों देशों के नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की. दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई इस बैठक में आपसी सहयोग बढ़ाने पर भी बातचीत हुई. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्लिन में भारतीय मूल के लोगों से मुलाकात की.
पीएम मोदी को एक बच्ची ने अपनी बनाई पेंटिंग दिखाई जिस पर पीएम मोदी ने ऑटोग्राफ भी दिए तो वहीं एक बच्चे ने पीएम को ‘भारत जीवन सुमन चढ़ाकर आराधना करेंगे’ कविता सुनाई. पीएम मोदी बड़े ध्यान से ये कविता सुनते नजर आए. पूरी तन्मयता के साथ कविता सुनते नजर आए पीएम इस दौरान चुटकी बजाते रहे.
बर्लिन की सड़कों पर उमड़े भारतीय
इससे पहले पीएम मोदी के स्वागत में बर्लिन की सड़कों पर बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. पीएम मोदी के स्वागत में छत्रपति शिवाजी महाराज की वेशभूषा में भी लोग पहुंचे थे.
पीएम मोदी की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे भारतीय नागरिक ढोल-ताशों के साथ थे. लोग झूमते-गाते भी नजर आए. पीएम मोदी की एक झलक पाने को लेकर बच्चों में भी खासा उत्साह नजर आया.
पीएम मोदी ने देशवासियों को दी ईद की बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि यह शुभ अवसर हमारे समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ाए. सभी को अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिले.