प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन (Ukraine) में सभी भारतीयों (Indians) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरा सरकारी तंत्र 24 घंटे काम कर रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी और विकासशील देशों के उन लोगों की भी मदद करेगा, जो पूर्वी यूरोप के युद्धग्रस्त देश में फंसे हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, प्रधानमंत्री ने एक उच्च स्तरीय बैठक में यह टिप्पणी की।
यूकेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे “ऑपरेशन गंगा” के तहत किए जाने वाले प्रयासों की समीक्षा के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। मोदी ने सोमवार को इससे पहले भी एक बैठक की थी।
सरकार ने केंद्रीय मंत्रियों हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजीजू और जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) को क्रमशः पोलैंड, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्डोवा भेजने का फैसला किया है, ताकि भारतीयों को वापस लाने की प्रक्रिया सुगम की जा सके।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी ने इसका संज्ञान लिया कि यूक्रेन को मंगलवार को मानवीय सहायता की पहली खेप भेजी जाएगी। मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि चार वरिष्ठ मंत्रियों के विशेष दूत के रूप में विभिन्न राष्ट्रों के दौरे से बचाव कार्य को ऊर्जा मिलेगी। यह हमारी सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम के भारत के सिद्धांत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पड़ोसी एवं विकासशील देशों के उन लोगों की भी मदद करेगा, जो यूक्रेन में फंसे हैं और उन्हें सहायता की जरूरत हो सकती है। बयान में कहा गया, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरा सरकारी तंत्र चौबीस घंटे काम कर रहा है।’