प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सराहना करते हुए कहा है कि अगर कानून सबके लिए एक जैसा न होता तो योगी सरकार लाउडस्पीकर (loudspeaker) उतरवाने में सफल न हो पाती। इसकी सफलता का मंत्र यही था कि कानून के नजरिये में सब एक समान हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यह नसीहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देर रात योगी मंत्रिमंडल के साथ हुई बैठक में दी। उन्होंने एक पूर्व डीजीपी के ट्वीट का जिक्र करते हुए कहा कि वह उन्हें 30 वर्षों से जानते हैं। वह ऐसे अधिकारी नहीं हैं कि किसी सरकार के कहने पर कोई सराहनीय बात लिख दें। उन्होंने सही ही लिखा कि योगी सरकार लाउडस्पीकर उतरवाने में इसलिए सफल हुई क्योंकि कानून ने सबको एक नज़रिये से देखा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों को नसीहत दी है कि वे ट्रांसफर-पोस्टिंग में कतई रुचि न लें। यह न खत्म होने वाला काम है। उन्होंने मंत्रियों को मितव्ययता का सुझाव देते हुए कहा कि दिखावे से बचना होगा। अनावश्यक खर्च से बचें। उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि योगीजी ने तो आप लोगों को इतनी छूट दे रखी है, मैं तो वह भी नहीं देता। मंत्री जनता के बीच जनसेवक के रूप में काम करें।
थॉमस कप जीता तो कितनों ने ट्वीट किया
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया की अहमियत को आगे रखते हुए कहा कि जब भारत ने थॉमस कप जीता तो देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। आपमें से कितने लोगों ने ट्वीट कर खिलाड़ियों को बधाई दी। ज्यादातर निरुत्तर रहे। कई प्रसंगों पर प्रधानमंत्री ने चर्चा कर मंत्रियों का मार्गदर्शन किया। इस तरह के आयोजन से मंत्री भी काफी प्रसन्न दिखे।
मोदी ने पूछा, कितने मंत्री रोज व्यायाम करते हैं
प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से पूछा कि आपमें से कितने लोग रोजाना व्यायाम करते हैं। मोदी के इस सवाल पर कई मंत्रियों ने हाथ उठा दिए। कुछ ने नहीं उठाए। प्रधानमंत्री ने व्यायाम व योग की अहमियत बताते हुए कि कहा इससे तनाव दूर होता है। आप लोग इसे दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। कार्यकुशलता बढ़ती है। आप लोग फिजिकिली फिट रहेंगे तो बाकी काम अच्छे से होंगे।