प्रधानमंत्री मोदी(PM Modi) का संबोधन अब शुरु हो गया है. संबोधन को शुरु करते समय पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर और उससे भारतवासियों की जंग अभी भी जारी है. अनेको देशों के भांति भारत भी कोरोना से जंग लड़ रहा है और बहुत बड़ी पीड़ा से गुजर चुका है. इसके आगे भी पीएम मोदी ने अपने विचार सबके सामने व्यक्त किये.
सबसे ज्यादा जरूरी प्रोटोकॉल
पीएम मोदी ने कहा कि, कोरोना जैसे अदृश्य और रूप बदलने वाले दुश्मन के विरोध जंग में सबसे प्रभावशील हथियार कोविड प्रोटोकॉल है. इसमें मास्क और दो गज की दूरी ही एक मात्र हथियार है. वैक्सीन हमारे लिए एक सुरक्षा कवच का काम कर रही है. पूरे विश्व में वैक्सीन के लिए जिस तरह से मांग है, उसकी अपेक्षा उत्पादन करने वाले देश और वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां अधिक ना होकर बहुत हैं या गिनी-चुनी हैं.
वैक्सीन ट्रॉयल बच्चों के लिए जरूरी
बच्चों के लिए चिंता जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने बच्चों के लिए चिंता जतायी थी, अत: उनके लिए भी वैक्सीन बनाने का काम शुरु हो चुका है और अब वैक्सीन का ट्रॉयल चल रहा है.
तीन अन्य वैक्सीन के देश में हो रहे ट्रॉयल
आने वाली नई वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने कहा बीते काफी समय से देश निरंतर जो प्रयास और परिश्रम कर रहा है, उससे आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई और अधिक बढ़ जाएगी. देश भर में एडवांस स्टेज में तीन और वैक्सीन का ट्रायल अभी चल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आप पिछले 50-60 साल का इतिहास देखेंगे कि भारत को विदेशों से वैक्सीन प्राप्त करने में दशकों का समय लग जाता था. पोलियो की वैक्सीन हो, स्मॉक पॉक्स की वैक्सीन हो. हैपिटाइटिस बी की वैक्सीन हो, इनके लिए पूरे देशवासियों ने दशकों तक इंतजार किया था. 2014 में देशवासियों ने हमें सेवा का अवसर दिया तो भारत में वैक्सीनेशन का कवरेज सिर्फ 60 फीसदी के आसपास था. हमारी दृष्टि में यह बहुत चिंता की बात थी. जिस रफ्तार से भारत का टीकाकरण कार्यक्रम चल रहा था, उस रफ्तार से देश को शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने में करीब 40 साल लग जाते. वैक्सीन की समस्या को दूर करने के लिए इंद्रधनुष को लॉन्च किया.
WHO ने दी नई गाइडलाइन्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, वैक्सीनेशन को लेकर WHO ने गाइडलाइंस दी है. वैज्ञानिकों ने वैक्सीनेशन को लेकर नई रूप रेखा रखी है. WHO के मानक अनुसार, देश में चरणबद्ध तरीके से वैक्सीनेशन का काम शुरू किया है. सीएम से मिले सुझाव और संसद के साथियो द्वारा मिले सुझाव का पूरा ध्यान रखा गया और इसके बाद तय किया गया कि जिन्हें कोरोना से ज्यादा खतरा है, उन्हें पहले वैक्सीन दी जाएगी.
राज्य सरकारों को लॉकडाउन की छूट क्यों नहीं
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि सभी बातें भारत सरकार ही क्यों तय कर रही है. राज्य सरकारों को लॉकडाउन की छूट क्यों नहीं दी गयी है. इसमें दलील ये दी गई कि संविधान में चूंकि हेल्थ प्रमुख रूप से राज्य का ही विषय है. इसलिए अच्छा रहेगा कि ये सब राज्य ही करें. इस दिशा में एक शुरुआत की गई.
18 वर्ष से ऊपर उम्र के सभी लोगों को लगेगी वैक्सीन
पीएम मोदी ने कहा कि 21 जून सोमवार से देश के हर राज्य में 18 वर्ष की उम्र के ऊपर के सारे नागरिकों को वैक्सीन लगेगी और भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया करवाएगी.
राज्यों को सरकार मुहैया कराएगी 75 प्रतिशत वैक्सीन
केंद्र सरकार 75 फीसदी वैक्सीन कंपनियों से खरीदकर राज्यों को देगी. देश के सभी राज्यों को केंद्र मुफ्त वैक्सीन दे रहा है. सभी देशवासियों को भारत सरकार मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध कराएगी.
150 रुपये वैक्सीन सर्विस चार्ज
25 प्रतिशत वैक्सीन प्राइवेट हॉस्पिटल को दी जाएंगी, जिसमें लोगों को दी जाने वाली डोज का राशि तय कर दी गयी है. 150 रुपये से अधिक किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में नहीं लिए जाएंगे.
नवबंर तक फ्री मिलेगा राशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि , बीते साल कोरोना के कारण लॉकडाउन लगाना पड़ा . पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को 8 महीने तक भारत सरकार ने मुफ्त राशन की व्यवस्था की थी. पीएम गरीब योजना को अब दीपावाली तक आगे बढ़ाने का फैसला किया जाएगा. नवंबर तक भारत सरकार 80 करोड़ से अधिक लोगों को हर महीने तय मात्रा में मुफ्त अनाज उपलब्ध होगा.