कभी तीन तलाक के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करने वालीं सायरा बानो आज भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुकीं हैं। वे प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि वे पीएम मोदी से प्रेरित हुईं हैं। उनके प्रेरणा के परिणामस्वरूप ही पार्टी में शामिल होे रहीं हैं। वे महिलाओं हक व हित के लिए अपनी आवाज को बुलंद करतीं हैं। इनकी पार्टी महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए ही जानीं जाती है।
कौन है सायरा बानो
सायरा बानो कोई और नहीं बल्कि यह वही महिला हैं, जिन्होंने साल 2016 में मुस्लिम समुदाय में कुख्यात रहे तीन तलाक व बहु विवाह के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने 23 फरवरी 2016 को कोर्ट में याचिका दाखिल कर मुस्लिम समुदाय की महिलाओं के लिए श्राप बन चुके तीन तलाक को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म करने का आग्रह किया था। सायरा बानो ने तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं को लामबंद किया था। इस दौरान मुस्लिम समुदाय में दो तरह के गुटों का उदय हो गया था। एक ऐसा गुट, जिसने इस तीन तलाक का विरोध किया था तथा इस प्रथा को हमेशा-हमेशा के लिए न्यायापालिका से खत्म करने का आग्रह किया था, लेकिन इस बीच एक ऐसा भी गुट था, जिसने इस तीन तलाक का विरोध करने पर सख्त एतराज जताया था। खैर, आखिरकार काफी लंबी कानूनी मशक्कत के बाद सायरा बानो व समस्त मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की जीत हुई।
बताया था संविधान के खिलाफ
यहां पर हम आपको बताते चले कि सायरा बानो ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मुस्लिम समुदाय की महिलाओं के लिए श्राप बन चुके तीन तलाक को संविधान के अनुच्छेद 14 व 15 के खिलाफ बताया था।