जम्मू और कश्मीर(Jammu and Kashmir) के पहलगाम आतंकवादी हमले(Pahalgam terrorist attack) के बाद पाकिस्तान(Pakistan) ने सीमा पर गतिविधियां(Activities on the border) तेज कर दी हैं। लगातार पांचवें दिन LoC यानी नियंत्रण रेखा के पास गोलीबारी की। हालांकि, भारतीय सेना ने हर बार पाकिस्तान की तरफ से की जा रही उकसावे की कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया है। साल 2019 में हुए पुलवामा अटैक के बाद पहलगाम में सबसे बड़ा आतंकवादी हमला हुआ था।
खबर है कि 28 और 29 अप्रैल की रात में पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा और बारामूला जिले के साथ अखनूर सेक्टर में भी गोलीबारी की है। चौथे दिन यानी रविवार रात में भी जम्मू-कश्मीर के पुंछ और कुपवाड़ा जिलों में नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की।
इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार रात को भी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलीबारी की थी, जिनका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था।
केंद्र ने पहलगाम हमले के तार सीमा पार से जुड़े होने के मद्देनजर पाकिस्तानी सैन्य सलाहकार (अताशे) को निष्कासित करने, 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी सीमा को तत्काल बंद करने सहित कई कदमों की बुधवार को घोषणा की थी। भारत ने अटारी सीमा के माध्यम से देश में प्रवेश करने वाले सभी पाकिस्तानियों से एक मई तक देश छोड़ने को कहा है।
इसके जवाब में पाकिस्तान ने गुरुवार को सभी भारतीय विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का फैसला किया तथा भारत के साथ व्यापार को स्थगित कर दिया। पाकिस्तान ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले को भी खारिज कर दिया और कहा कि संधि के तहत पाकिस्तान के जल प्रवाह को रोकने के किसी भी कदम को ‘युद्ध की कार्रवाई’ के रूप में देखा जाएगा।
पहलगाम हमले को लेकर देशभर में गुस्से के बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत पहलगाम हमले में शामिल हर आतंकवादी और इसकी साजिश में शामिल रहे लोगों की ‘पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें ‘उनकी कल्पना से बड़ी सजा देगा’।