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नरमी नहीं, कुचल दो! आतंक पर कांग्रेस का कड़ा रुख, सरकार को दिया समर्थन, कहा- हमारा फुलेस्ट सपोर्ट…

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए बर्बर आतंकी हमले जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई के बाद देश में हलचल तेज हो गई है। इस कायराना हरकत के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल आईबी, गृह सचिव, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के साथ एक आपातकालीन बैठक की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं जहां वे जमीनी हालात का जायजा लेंगे और सुरक्षा एजेंसियों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर थे ने इस दुखद घटना की खबर मिलते ही अपना दौरा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौटने का फैसला किया। यह घटना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता और इस पर उसकी संवेदनशीलता को दर्शाती है।

इस मुश्किल घड़ी में विपक्षी दलों ने भी एकजुटता का परिचय देते हुए सरकार को पूर्ण समर्थन का ऐलान किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस आतंकी हमले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत की और पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए बताया कि उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक कर्रा से बात की है। उन्होंने ताजा हालात की जानकारी ली और जोर दिया कि पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए। राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में यह भी स्पष्ट रूप से लिखा कि उनकी पार्टी का सरकार को पूरा समर्थन है। इसी तरह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी गृह मंत्री से फोन पर बात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि उन्होंने देर रात गृह मंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से पहलगाम की घृणित घटना पर बात की। उन्होंने मांग की कि इस जघन्य हमले के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए और निर्दोष पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए। खड़गे ने सीमा पार से हुए इस हमले का मजबूत जवाब देने की आवश्यकता पर बल दिया और इस विपत्ति के समय एकजुटता को समय की मांग बताया। उन्होंने सरकार से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से बात करने और जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का आग्रह किया।

इससे पहले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी इस आतंकी हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को आतंकवादियों के साथ किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार को आतंकवाद को बलपूर्वक कुचल देना चाहिए और उनके साथ कोई समझौता नहीं करना चाहिए। इमरान मसूद ने बताया कि वह तीन दिन पहले ही कश्मीर में थे और वहां बड़ी संख्या में पर्यटकों को देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई थी। उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात बिल्कुल सामान्य लग रहे थे और अब ऐसी घटना हो गई जो बेहद दुखद है।

पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है लेकिन इस मुश्किल समय में सरकार और विपक्ष की एकजुटता एक सकारात्मक संकेत है। अब सबकी निगाहें सरकार पर टिकी हैं कि वह इस कायराना हमले का क्या जवाब देती है और जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए क्या कदम उठाती है।