पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) हाल ही में एक महत्वपूर्ण यात्रा पर बेलारूस (Belarus) पहुंचे। इस दौरे में उनके साथ उनके छोटे भाई और वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Prime Minister Shehbaz Sharif), बेटी व पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज (Chief Minister Maryam Nawaz), और शरीफ परिवार के अन्य सदस्य शामिल थे। यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई, जिसमें विशेष रूप से 1.5 लाख पाकिस्तानी मजदूरों को बेलारूस में रोजगार के अवसर प्रदान करने पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि बेलारूस ने अपने राष्ट्र निर्माण प्रयासों में योगदान देने के लिए 150,000 से अधिक युवा, उच्च कुशल पाकिस्तानी श्रमिकों को आमंत्रित करने का प्रस्ताव दिया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के निमंत्रण पर दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए गुरुवार को बेलारूस गणराज्य पहुंचे थे।
मिन्स्क पहुंचने पर स्वागत
बेलारूस के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर तुर्चिन और बेलारूस में पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री का मिन्स्क पहुंचने पर स्वागत किया। उनके साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी था जिसमें उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार और प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फातमी शामिल थे।
इसके बाद, नवाज शरीफ, शहबाज शरीफ और मरियम नवाज ने बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में वहां के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से मुलाकात की। बेलारूस पूर्वी यूरोप में स्थित एक औद्योगिक और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाला देश है। इसने हाल के वर्षों में पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस यात्रा का मुख्य फोकस बेलारूस में पाकिस्तानी श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना था।
पाकिस्तान में बेरोजगारी एक बड़ी चुनौती रही है, और विदेशों में रोजगार के अवसर तलाशना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। बेलारूस की अर्थव्यवस्था में निर्माण, कृषि, और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में श्रमिकों की मांग है, और पाकिस्तान इस मांग को पूरा करने के लिए तैयार है। इस समझौते के तहत लगभग 1.5 लाख पाकिस्तानी मजदूरों को बेलारूस में रोजगार प्रदान करने की योजना पर विचार किया गया।
पाक पीएम ने बताया गिफ्ट
एपीपी के अनुसार, इसे पाकिस्तान के लोगों के लिए एक “उपहार” बताते हुए, प्रधानमंत्री शहबाज ने इस अवसर के लिए गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस पहल से न केवल बेलारूसी अर्थव्यवस्था को लाभ होगा, बल्कि पाकिस्तानी युवाओं को सार्थक आजीविका भी मिलेगी। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में बोलते हुए प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा, “मैं आपको आश्वासन देता हूं कि अंतरराष्ट्रीय मानकों और राष्ट्रीय मान्यता के माध्यम से विधिवत प्रमाणित कुशल पाकिस्तानी कार्यबल बेलारूस के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में काम करेगा।” 2015-16 में लुकाशेंको की पाकिस्तान यात्रा को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इस यात्रा ने दोनों देशों के बीच आपसी हितों के क्षेत्रों में मित्रता और सहयोग की लंबी यात्रा की नींव रखी थी।
शहबाज शरीफ ने विभिन्न क्षेत्रों, खासकर कृषि में बेलारूस के अनुभव से लाभ उठाने में सरकार की रुचि व्यक्त की। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान एक कृषि प्रधान देश है और 65 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। हमें इस क्षेत्र में आधुनिक तरीकों का उपयोग करके प्रति एकड़ उपज बढ़ाने के लिए आपकी विशेषज्ञता की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी कंपनियों को बेलारूस की कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम स्थापित करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने खनन क्षेत्र के उपकरणों के निर्माण में बेलारूसी विशेषज्ञता पर भी जोर डाला और कहा कि पाकिस्तान के पास “खरबों डॉलर” के खनिज भंडार हैं और दोनों देश इस क्षेत्र में महान भागीदार बन सकते हैं।
नवाज शरीफ की भूमिका
नवाज शरीफ, जो तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं, इस यात्रा में एक प्रमुख कूटनीतिक भूमिका में नजर आए। हालांकि वह वर्तमान में कोई सरकारी पद पर नहीं हैं, लेकिन पीएमएल-एन के अध्यक्ष के रूप में उनकी राजनीतिक और आर्थिक प्रभावशीलता बरकरार है। इस दौरे को उनके लिए एक मंच के रूप में देखा जा रहा है, जहां उन्होंने न केवल पाकिस्तान के आर्थिक हितों को बढ़ावा दिया, बल्कि अपनी बेटी मरियम नवाज को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने में भी मदद की।
मरियम नवाज, जो हाल ही में पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी हैं, ने इस यात्रा में सक्रिय भागीदारी दिखाई। उन्होंने बेलारूस के अधिकारियों के साथ पंजाब के औद्योगिक और कृषि क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। साथ ही, उन्होंने पाकिस्तानी महिलाओं के लिए बेलारूस में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने की बात भी उठाई।