कार्तिक कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन बल, बुद्धि और विद्या के दाता चिरंजीवी हनुमान जी की जयंती मनाई जाती है. इस साल यह पावन तिथि 03 नवंबर 2021, बुधवार को पड़ने जा रही है. कलयुग में हनुमत साधना को बहुत ही ज्यादा फलदायी माना गया है. ऐसे में हनुमत भक्तों के लिए यह बहुत पावन दिन है. मान्यता है कि नरक चौदस के दिन विधि-विधान से बजरंगी का पूजन करने पर बड़े से बड़ा संकट टल जाता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आइए अष्टसिद्धि और नवनिधि के दाता हनुमान जी की जयंती पर उनकी साधना के बड़े लाभ और उपाय के बारे में जानते हैं.
हनुमान जी साधना जीवन से जुड़े सारे कष्टों को दूर करने वाली है. ऐसे में हनुमान जयंती के दिन विशेष रूप से सिंदूर का चोला और झंडी चढ़ाना चाहिए. मान्यता है कि हनुमान जी के लिए सिंदूर का चोला चढ़ाने से सभी प्रकार की भय बाधा दूर होती है. यदि आपकी कोई मनोकामना बहुत प्रयास करने के बाद नहीं पूरी हो रही हो या फिर कार्य विशेष में कोई बाधा आ रही हो तो बजरंगी की कृपा पाने के लिए हनुमान जयंती के दिन 11 पीपल के पत्ते को गंगाजल से साफ करके उसमें पीले चंदन से श्रीराम लिखकर हनुमान जी को भक्ति भाव से चढ़ा देना चाहिए.
हनुमान जयंती के दिन स्नान-ध्यान के बाद श्री हनुमानजी की प्रतिमा या चित्र के सामने चौमुखा दीपक लगाएं और सुंदरकांड का पाठ करें. बजरंगी की साधना के इस महाउपाय से आपके सारे कष्ट दूर होंगे और घर में सुख–संपत्ति का वास होगा. यदि आप कॅरिअर या कारोबार में उन्नति चाहते हैं तो हनुमान जयंती के दिन पूरी श्रद्धा एवं भक्ति भाव से हनुमान जी की पूजा करें और श्री हनुमान चालीसा का सात बार पाठ करें. हनुमान जी की पूजा के इस सरल उपाय से आपके सारे कार्य सिद्ध हो जाएंगे. मान्यता है कि मंत्रों में बहुत ताकत होती है. ऐसे में आप हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों की मदद ले सकते हैं. हनुमान जयंती के दिन अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए रुद्राक्ष की माला से ‘ॐ हनुमते नमः’ मंत्र का कम से कम 11 माला जप जरूर करें. इसके बाद प्रतिदिन इस मंत्र की एक माला जप मनोकामना पूरी होने तक करते रहें.