मेडिकल और इंजीयरिंग की पढाई करने वालों के लिए एक ख़ास खबर है। योगी सरकार की तरफ से अब इस फील्ड में काम रिसर्च करने वालों के लिए भाषा का एक और विकल्प सरकार ने खोल दिया है। दरअसल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए योगी सरकार ने राज्य में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी भाषा में भी करने का फैसला लिया है। मध्यप्रदेश के बाद उत्तरप्रदेश दूसरा इस राज्य हैं जहां ये फैसला लिया गया है। इतना ही नहीं इस कम के लिए पुस्तकों का अनुवाद कार्य भी लगभग पूरा हो गया है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई का फैसला किया है। इसके लिए तीन पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कराया गया है, जिसका विमोचन गृहमंत्री अमित शाह ने बीते दिन किया था। अब तक सिर्फ अंग्रेजी में ही हायर स्टडी की जाती थी लेकिन इस फैसले के बाद बच्चों को अपनी भाषा में ही पढ़ने का मौका मिलेगा।