यूपी (UP) के कानपुर नाबालिग (Minor girl) को बेचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित लड़की ने अपनी मां (Mother) पर खुद को पांच लाख में 10 साल बड़े लड़के को बेचने का आरोप लगाया। परिवार काफी समय से गुरुग्राम में रहता है। घाटमपुर की रेउना पुलिस पर आरोप है कि लड़की अपने ननिहाल वालों से मदद लेने यहां भागकर आई तो मदद करने के बजाए पुलिस ने उसे मां को ही सौंप दिया। मां ने फिर से उसे खरीदार को सौंप दिया। आरोप है कि जब उसने गंदी हरकतों का विरोध किया तो उसे छत से फेंक दिया गया। उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है, उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया।
17 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि उसकी मां ने उसे गुरुग्राम में मकान मालिक को बेच दिया, वह उसके बेटे से शादी कराना चाहती थी। इस पर वह पिता की मदद से बस से 17 मार्च को अकबरपुर आ गई। यहां से फूफा की मदद से रेउना के गिरसी गांव स्थित ननिहाल पहुंची। यहां उसने मामा के जरिए रेउना इंस्पेक्टर से मां के खिलाफ शिकायत की। 18 मार्च की रात को मां गुरुग्राम के मकान मालिक और दो से तीन लोगों के साथ आई और मामा व नाना से मारपीट कर दी।
आरोप है कि इसके बाद भी रेउना इंस्पेक्टर ने उसे मां को सौंप दिया। सभी उसे गुरुग्राम ले गए और वहां पर एक बार फिर से जबरदस्ती की कोशिश की। डीसीपी साउथ ने रविवार को अस्पताल पहुंचकर नाबालिग और उसके पिता से मुलाकात की। रेउना थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि नाबालिग किसी युवक के साथ कानपुर देहात के गांव आई थी। गिरसी निवासी उसके मामा उसे वहां से जबरन ले आए थे।