हरियाणा में मानसून फिर से सक्रिय हो चुका है. पिछले 3 दिनों के दौरान प्रदेश के ज्यादा जिलों में बरसात हुई. बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश के आठ जिलों में बरसात हुई, जिससे कई जगह सड़कों पर जल भराव की स्थिति पैदा हो गई. सबसे अधिक 14 एमएम बरसात बार भिवानी में रिकॉर्ड हुई. इसके अलावा, महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र, चरखी दादरी, पानीपत, रोहतक और कैथल में हल्की से मध्यम बारिश हुई.
1 अगस्त से अब तक प्रदेश में आमतौर पर 140.8 एमएम बरसात होती है, लेकिन यहां 177.9 मिली मीटर बरसात हो चुकी है. 1 जून से 29 अगस्त के दौरान सामान्यतः 344.6 एमएम बरसात होती है, लेकिन इस अवधि के दौरान यहां 295.1 एमएम बारिश हुई.
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अगले 7 दिन बरसात की संभावना बनी हुई है. हालांकि, 31 अगस्त से 1 सितंबर के मध्य बरसात कम होने के आसार बने हुए हैं. उसके बाद, 2 सितंबर से फिर से मौसम में बदलाव होगा. इस दिन प्रदेश के 8 जिलों यमुनानगर, करनाल, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, सोनीपत और पानीपत में भारी बरसात का येलो अलर्ट जारी हुआ है.
अबकी बार हुई कम बरसात
प्रदेश के 16 दिनों में अबकी बार मानसून सीजन में सामान्य से कम बरसात हुई है. कैथल, करनाल और पंचकूला की बात करें, तो यहां सामान्य से आधी बरसात भी नहीं हो पाई है. दूसरी तरफ हिसार, जींद, यमुनानगर, पलवल और रोहतक में सामान्य से 30% से भी कम बरसात हुई है. महेंद्रगढ़ और नूंह जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. नूंह में सामान्य से 63% और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 51% तक ज्यादा बारिश हुई.